चीन में फिर चमगादड़ से CORONA जैसा वायरस मिला, नाम है HKU5-CoV-2

चमगादड़ से ही चीन से कोरोना नामक वायरस पूरी दुनिया में फैला और कोहराम मचा दिया। एक बार फिर चीन में ही वह भी चमगादड़ से ही कोरोना जैसा एक और वायर मिला है। जिसके बारे में बताया जा रहा है कि यह वायरस जानवरों और इंसानों में फैलने की क्षमता रखता है। इस वायरस को HKU5-CoV-2 नाम दिया गया है। नया कोरोना वायरस भी मानव शरीर में प्रवेश करके महामारी फैला सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) की तरह HKU5-CoV-2 वायरस में भी फ्यूरिन क्लिवेट साइट जैसी विशेषता है। यह चमगादड़ और इनसानों समेत कई जानवरों को भी संक्रमित कर सकता है।

शोध में पता चला है कि इस वायरस के इनसानों में फैलने की संभावना काफी ज्यादा है। लेकिन राहत की बात यह है कि यह SARS-CoV-2 की तुलना में इनसानी कोशिकाओं में उतनी आसानी से प्रवेश नहीं कर पाता है। यह वायरस मिडिल ईस्ट रिस्पेरेटरी सिंड्रोम (MERS) के कारण होने वाले कोरोना वायरस परिवार के बेहद करीब है।

शोधकर्ताओं ने पाया कि जब वायरस को चमगादड़ के नमूनों से अलग किया गया तो यह मानव कोशिकाओं के साथ-साथ कृत्रिम रूप से विकसित कोशिका या ऊतक के द्रव्यमान को भी संक्रमित कर सकता है जो छोटे श्वसन या आंतों के अंगों से मिलते-जुलते हैं।

अब सवाल यह उठता है कि क्या नया वायरस कोई नया आपदा बन सकता है? नये वायरस के कारण एक और महामारी फैलने की रिपोर्ट से उत्पन्न चिंताओं के बारे में मिनेसोटा विश्वविद्यालय के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. माइकल ओस्टरहोम इसे “अतिशयोक्तिपूर्ण” बताते हैं। उन्होंने कहा कि 2019 की तुलना में आबादी में इसी तरह के SARS वायरस के प्रति बहुत अधिक प्रतिरक्षा है, जो महामारी के जोखिम को कम कर सकती है।

बता दें कि कोरोना वायरस का पहला मामला चीन के वुहान में पहली बार दिसंबर, 2019 में मिला था। इसके बाद वर्ष 2020 की शुरुआत में कोविड महामारी पूरी दुनिया में फैलना शुरू हो गयी थी।  कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर वैज्ञानिकों के अलग-अलग मत हैं। कुछ वैज्ञानिक मानते हैं कि कोरोना वायरस जानवरों के जरिए प्राकृतिक तरीके से फैला।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

यह भी पढ़ें: महामुकाबले से पहले पाकिस्तान देख ले भारत का दम, पिछले 10 मुकाबलों में टीम इंडिया कर चुकी बेदम