झारखंड में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर अचानक रांची के होटवार स्थिति बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारागार पहुंचे और उन्होंने जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात भी की। दोनों नेताओं के बीच कुछ देर हुई इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं। फिलहाल जो झारखंड का राजनीतिक परिदृश्य है, उसमें एक ही बात समझी जा सकती है कि आलमगीर आलम के मंत्री पद छोड़ देने के बाद जो स्थान रिक्त हुआ है। उसको कांग्रेस को ही दिया जाये। वैसे भी यह स्थान रिक्त होने के बाद कांग्रेस के कई विधायक इसके लिए हाथ-पांव मार रहे हैं।
यहां यह भी ध्यान रखना होगा कि दिल्ली से लौटने के बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी ने रांची हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से यह कहा भी था कि दिल्ली में कांग्रेस की बैठक में अन्य मुद्दों के साथ झारखंड के मंत्रिमंडल के विषय में भी चर्चा हुआ।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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