Ranchi : सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने सदन के राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा किया. झारखंड आदिवासी पिछड़ा और दलित राज्य है. यहां के लोगों को न्यूनतम मान सम्मान भी नहीं मिल पाता और इसी प्रयास के साथ सरकार आगे बढ़ रही है कि यहां के लोगों को मान सम्मान मिले. चर्चा करते हुए उन्होंने (CM Hemant Soren) कहा कि हमारे विपक्ष के साथी जोहार शब्द का प्रयोग तो नहीं करते थे, लेकिन आजकल पार्टी ऑफिस में ही जोहर का बोर्ड लगा रखा है.नये राज्यपाल और नये मुख्य न्यायाधीश आये हैं. राज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह में चीफ जस्टिस ने भी जोहार शब्द से शुरुआत की थी.
गरीब आदिवासी, दलित मूलवासी को सम्मान मिले
उन्होंने (CM Hemant Soren) कहा कि दरअसल विपक्ष चाहता ही नहीं कि आदिवासी विकास करें और ऊंचे- ऊंचे पदों तक पहुंचें. आदिवासी लोगों का बड़े-बड़े पदों पर पहुंचना तो दूर की बात है, उचित सम्मान नहीं मिल रहा है. हमारी सरकार इसी सोच के साथ काम कर रही है कि गरीब आदिवासी, दलित मूलवासी को सम्मान मिले. हम सबको साथ मे लेकर चलते हैं. हमारी मंशा साफ है कि सबको न्याय मिले. यही वजह है कि जो कार्यक्रम आदिवासी दलितों के लिए शुरू करते हैं तो अन्य वर्ग भी इसकी मांग करने लगते हैं और तब हम कोशिश करते हैं कि सभी को जोड़ लें, वही हम कर रहे हैं.
केंद्र की नीतियां ऐसी कि हर राज्य परेशान
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने कहा कि विपक्ष में बैठे लोगों की सरकार जो केंद्र में चल रही हैं, उनकी नीतियां ऐसी होती हैं कि लोग परेशान होते हैं. इन्होंने जीएसटी लाया। इससे सालाना सरकार को 5-6 हजार करोड़ का नुकसान है. ये ऐसी नीति ही बनाते हैं कि राज्यों को नुकसान हो. विपक्ष में बैठे वो लोग हैं जिन्होंने 1985 का कट ऑफ डेट बना कर मिठाइयां बांटी. हाथी उड़ा कर जमीन को लूटा. स्कूलों को बंद कराया. डिजिटाइजेशन के नाम पर प्रधानमंत्री से भी झूठ बोलवाया. ये वही लोग हैं जिन्होंने कहा कि राज्य के युवा किसी काम के नहीं.
“विपक्ष में बैठे लोगों ने तो सबसे ज्यादा समय शासन किया”
मुख्यमंत्री (Hemant Soren) ने कहा कि विपक्ष में बैठे लोगों ने तो सबसे ज्यादा समय शासन किया. विपक्ष में बैठे लोग गुजरात में शासन करते हैं. महाराष्ट्र में शासन करते हैं. वहां विकास कर दिया, लेकिन झारखंड पीछे रह गया. ऐसा क्यों हुआ. आज ये भ्रष्टाचार की बात करते हैं. आज जो अधिकारी जांच एजेंसियों के दायरे में हैं, ये भ्रष्टाचार के वो पेड़ हैं जिन्हें इन लोगों ने ही जमीन दी. पानी दिया. उसे सींचा. अब जब वे पकड़े जा रहे हैं तो उसका ठीकरा हमारी सरकार पर फोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
‘झारखंड को चारागाह समझते रहे’
सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि ये सिर्फ झारखंड को चारागाह समझते रहे. इनके लोग सुप्रीम कोर्ट से लेकर चौक चौराहे तक मौजूद हैं. इस राज्य को विपक्ष के लोगों ने योजनाबद्ध तरीके से चारागाह और लूटखंड बनाया. हमारा राज्य पिछड़ा राज्य होने के कारण कई मुसीबतों से जूझ रहा है. जीएसटी कानून के लागू होने से सबसे ज्यादा नुकसान झारखंड जैसे राज्यों को है. आपने तो यहां 1985 की नीति बना का मिठाई बांटा, हाथी उड़ाने के चक्कर में जमीन की दलाली की. उनकी सरकारों नेता कहा था यहां के युवा नौकरी के योग्य नहीं हैं. ये झारखंडियों की स्कूलों को बंद कर देते हैं. पहचान को समाप्त करने का षड्यंत्र सीएनटी, एसपीटी में छेड़छाड़ किया.
‘हम बालिकाओं को शिक्षित कर रहे हैं’
उन्होंने कहा कि बाल विवाह, भ्रूण हत्या की वजह गरीबी और अशिक्षा है. सावित्री बाई फुले योजना से इसपर अंकुश लग रहा है. इस योजना से हम बालिकाओं को शिक्षित कर रहे हैं. बच्ची पढ़ेगी तो आनेवाली पीढ़ी भी शिक्षित होगी.राज्य बनने के बाद ज्यादातर समय इन लोगों ने सरकार चलायी. ये वापस कैसे आयेंगे ये इसकी चिंता में हैं. यही वजह है कि ये लगातार भ्रष्टाचार, लॉ एंड आर्डर की बात उठा रहे हैं. यह एक दिन में नहीं हुआ है. सारा कुछ इनका किया हुआ है. हम तो इस कीचड़ को साफ कर रहे हैं.
‘मनरेगा घोटाला इनकी सरकार का है’
आज कितने आदिवासी दलित आईएएस, आईपीएस, जज हैं. योजनाबद्ध तरीके से आये विपक्ष ने झारखंड को चारागाह बनाया, लूटखंड बनाया. हेमंत सोरेन ने पूजा सिंघल मामले पर कहा कि पूजा सिंघल इस राज्य की अधिकारी जेल में हैं नहीं, बेल में हैं. मनरेगा घोटाला इनकी सरकार का है. चार्जशीट फ़ाइल होता है. एक भी माइंस का जिक्र नहीं होता है.
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