CM Hemant Soren ने 23 जुलाई को रांची शहर के लिए 84 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का शिलान्यास किया। इन योजनाओं में जयपाल सिंह स्टेडियम , मोरहाबादी मैदान व बड़ा तालाब का सौंदर्यीकरण, कांके रोड में अर्बन हाट का निर्माण, सहजानंद और अरगोड़ा चौक का सुधार कार्य समेत सड़क एवं नाली निर्माण शामिल हैं। उन्होंने कहा सरकार की विकास योजनाएं अनवरत चलती रहती हैं, लेकिन इन योजनाओं का लाभ हमें तभी पूर्ण रूप से मिलेगा जब हम जागरूक होंगे। रांची झारखंड की राजधानी है। राजधानी की छवि से पूरे राज्य की छवि बनती है। सुंदर रांची के लिए सरकार के साथ-साथ आम जनता की भागीदारी जरूरी है।
पर्यावरण को हानि पहुंचाकर विकास नहीं हो सकता
CM Hemant Soren ने जयपाल सिंह स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि सभी जन प्रतिनिधि जिम्मेवार लोग हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं से बहुत कुछ नहीं बदला जा सकता। इसके लिए जागरूकता की भी ज़रूरत है। कोई भी योजना लंबे समय के लिए होनी चाहिए, ताकि उसका लाभ आने वाली पीढ़ी को भी मिल सके। उन्होंने रांची की बदलती आबोहवा पर कहा कि राजधानी में पुल, पुलिया नाली सड़क ऊंची इमारत बन रहे हैं और शहर कंक्रीट के जंगलों से घिरता जा रहा है। पर्यावरण को हानि पहुंचा विकास नहीं हो सकता । उन्होंने आगे कहा कि 20 साल पहले की रांची और आज की रांची के वातावरण काफी फर्क आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची के बीचोंबीच स्थित जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम एवं बड़ा तालाब का कायाकल्प कर आकर्षक रूप प्रदान करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
बड़ा तालाब की स्थिति देख मन को तकलीफ पहुंचती है
शहर में बेतरतीब ढंग से हो रहे निर्माण कार्य पर उन्होंने कहा कि शहर की संकरी गलियों में एम्बुलेंस तो क्या, गाड़ी भी नहीं घुस सकती है। अगर शहर के लोग 5 फ़ीट भी जगह छोड़ दें तो संकरी गलियों से निजात मिल सकती है। उन्होंने बड़ा तालाब की स्थिति पर कहा कि बड़ा तालाब की आज जो स्थिति हो गयी है ,उसे देखकर मन को तकलीफ पहुंचती है।
कोरोना काल में झारखण्ड के लोगों ने संयम और धैर्य का परिचय दिया
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि समस्याएं हम खुद उत्पन करते हैं तो समाधान भी हमें खुद ही ढूंढने की ज़रूरत है. शहर में थोड़ी से बारिश होती नहीं कि शहर में कोहराम मच जाता है. झारखण्ड देश का अत्यंत पिछड़ा राज्य के नाम से जाना जाता है. उन्होंने आगे कहा कि कोरोना काल में झारखण्ड के लोगों ने संयम और धैर्य का परिचय दिया है।
उपयोग सही तरीके से हो, तो हज़ार करोड़ से भी बड़ा काम होगा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने योजना के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह 84 करोड़ की योजना ज़रूर है, लेकिन इस उपयोग सही तरीके से हो, तो हज़ार करोड़ से भी बड़ा काम होगा। उन्होंने योजना का क्रियान्वयन बिना किसी अनियमितता के साथ करने की बात कही और चेतावनी भी दी कि कोई भी गड़बड़ी पाई जाएगी तो किसी को नहीं बख्शा नहीं जाएगा।
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