रांची: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने ईडी (ED) को अपनी संपत्ति का ब्योरा (details of assets) सौंपा है. साहिबगंज जिले में अवैध खनन के जरिए एक हजार करोड़ से अधिक की मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने बीते 17 नवंबर को हेमंत सोरेन (Hemant Soren) से पूछताछ की थी. इसी दौरान उनसे उनकी संपत्ति का ब्योरा मांगा गया था.
ब्योरे के आधार पर क्रॉस वेरिफिकेशन किया जाएगा
जानकारी के मुताबिक सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने ईडी को ब्योरा सौंप अपनी चुनावी हलफनामे में दर्ज संपत्तियों और उसके बाद दो साल के इनकम टैक्स रिटर्न के आधार पर संपत्ति के बारे में ईडी को बताया है. माना जा रहा है कि ईडी ने भी अपने विभिन्न स्रोतों और जांच के दौरान कई संपत्ति की जानकारी जुटाई है. सोरेन की ओर से सौंपे गए ब्योरे के आधार पर इनका क्रॉस वेरिफिकेशन किया जाएगा.
ईडी के जुटाए साक्ष्य के आधार पर सीएम से कई जानकारियां मांगी गई थीं
बता दें कि 19 जुलाई को गिरफ्तार किए गए मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर पर 8 जुलाई को छापेमारी के दौरान ईडी को सीएम हेमंत सोरेन के बैंक खाते से जुड़ा चेक बुक मिलने की बात कही गई। ईडी के पास कई और ऐसे सबूत हैं जिसके संबंध में मुख्यमंत्री से सवाल किए जाने हैं। गौरतलब है कि अवैध खनन की जांच कर रही ईडी ने सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, प्रेम प्रकाश और बच्चू यादव के खिलाफ विशेष पीएमएलए कोर्ट में जो चार्जशीट दाखिल किया था, उसमें दावा किया गया है कि पावर प्रेम प्रकाश ने कोलकाता के व्यवसायी अमित अग्रवाल और साहिबगंज निवासी झामुमो नेता पंकज मिश्रा के साथ मिलकर मनी लांड्रिंग की है. चार्जशीट में यह भी दावा किया गया है कि इन्हें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का संरक्षण मिलता रहा है. अवैध खनन के मामलों में छापेमारी के दौरान ईडी ने जो साक्ष्य जुटाए हैं, उनके आधार पर भी सीएम से कई जानकारियां मांगी गई थीं।अब तक, ईडी ने इस मामले में 1000 करोड़ रुपये से अधिक के अवैध खनन से संबंधित पीओसी की पहचान की है।
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