अमीर हो या गरीब, शिक्षा ग्रहण करना सभी का अधिकार। इसको साकार करेगी झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की नयी शिक्षा योजना। राज्य सरकार की जयपाल सिंह मुंडा स्कालरशिप योजना में अब गरीब भी उच्च शिक्षा हासिल कर पायेंगे। अगर वे विदेश जाकर शिक्षा लेना चाहते हैं, तो इसमें भी यह नयी शिक्षा योजना ऐसे छात्रों की मदद करेगी।
झारखंड के गरीब बच्चो को अपनी पढ़ाई पूरी करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आज के दौर में हर बच्चे के लिए पढाई बहुत जरूरी है, पर गरीब बच्चो का शिक्षा ग्रहण सहज नहीं है। अगर गरीब बच्चे पढ़ भी लें तो भी वो सीमित दायरे में ही सिमट कर रह जाते है। गरीब बच्चे विदेश भी जाकर पढ़ना चाहते हैं, पर वे पैसे के अभाव में ऐसा नहीं कर सकते। ऐसे ही बच्चों की परेशानी को झारखंड सरकार की नयी शिक्षा योजना दूर करेगी। झारखण्ड सरकार ने नई योजना की बात कोयलांचल विवि के दीक्षांत समारोह में कही है।
CM हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने उच्च शिक्षा पर दिया बल
दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए वह जल्द ही राज्य के सभी कुलपतिओं के साथ बैठक करेंगे। राज्य में 500 छात्रावासों को सुसज्जित करने की भी तैयारी जोरों पर है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब गरीब बच्चे भी विदेश में शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। इसके लिए जयपाल सिंह मुंडा स्कालरशिप योजना शुरू की गयी है।
अमीनों के कार्य से जुड़े प्रशिक्षण पर दिया जोर
प्रशिक्षण की कमी के कारण राज्य में अमीनों के काफी पद खली पड़े हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति से अनुरोध किया है कि वे अपने विश्वविद्यालयों में अमीनों की शिक्षा अनिवार्य करें। प्रशिक्षण पाकर युवा अमीनों के इन रिक्त पदों को भर सकेंगे। इससे राज्य से बेरोजगारी की समस्या भी कुछ कम होगी |
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