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 I.N.D.I.A. प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने आज सीएम हेमंत सोरेन उतरेंगे चुनावी मैदान में

I.N.D.I.A. CM Hemant will enter the election field today to ensure the victory of the candidate

डुमरी विधानसभा उपचुना की तारीख जैसे-जैसे निकट आ रही है, वैसे वैसे I.N.D.I.A. और NDA खेमे की चुनावी हलचल बढ़ती जा रही है। एनडीए प्रत्याशी जहां आजसू की यशोदा देवी को जिताने के लिए एडी-चोटी का जोर लगा रहा है, वहीं अब झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन I.N.D.I.A. की ओर से झामुमो प्रत्याशी बेबी देवी की जीत सुनिश्चित करने के लिए चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। डुमरी उपचुनाव में मुख्यमंत्री की  चुनावी सभा चंद्रपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम पश्चिमी तेलों के तेली बांध, कोचाटांड मैदान में होनी है। इस चुनावी सभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दोपहर 1 बजे पहुचेंगे। डुमरी विधानसभा के जेएमएम के गदावर नेता एवं पूर्व के शिक्षा मंत्री स्वर्गीय जगन्नाथ महतो की पत्नी एवं जेएमएम की उम्मीदवार बेबी देवी के लिए चुनावी सभा कर जनता से वोट की अपील करेंगे।

वैसे तो यह झामुमो की सीट है जिस पर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का कब्जा था, लेकिन उनके आकस्मिक निधन के बाद खाली हुई सीट पर उनकी धर्मपत्नी बेबी देवी को झामुमो की ओर से प्रत्याशी बनाया गया है। झामुमो के लिए जहां इस सीट को अपने नाम कर अपनी प्रतिष्ठा बनाये रखने का सवाल है वहीं सीएम हेमंत सोरेन आगामी चुनावों को देखते हुए और इस समय देश में चल रहे I.N.D.I.A. गठबंधन के अभियान में खुद की प्रतिस्थापित करने की भी चुनौती है। इसलिए वह हर हाल में यह सीट अपनी पार्टी के लिए और I.N.D.I.A. गठबंधन के लिए जीतना चाहेंगे।

2019 में एनडीए का वोट बंट गया था

साल 2019 के विधानसभा चुनाव में डुमरी सीट पर आजसू पार्टी और बीजेपी ने अपने-अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए थे। इससे एनडीए के वोट बंट गए और जगरनाथ महतो चुनाव जीत गए थे। साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में जेएमएम के टिकट पर लड़े जगरनाथ महतो को 71,128 वोट लेकर जीत दर्ज की थी। बीजेपी उम्मीदवार को 36013 वोट आए थे, जबकि आजसू पार्टी के प्रत्याशी को 36,840 वोट मिले थे। गिरिडीह लोकसभा की सीट भी अभी आजसू के कब्जे में है और आजसू अभी बीजेपी के साथ है।

2019 में आजसू का प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहा था

2019 के विधानसभा चुनाव में इस पार्टी का प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहा था। भाजपा यहां तीसरे नंबर पर रही थी। इस बार राज्य में दोनों पार्टियां एकजुट होकर चुनाव लड़ रही हैं। इतना ही नहीं, पिछली बार बाबूलाल मरांडी की पार्टी झाविमो ने भी अपना प्रत्याशी उतारा था। इस बार ये तीनों दल एक साथ हैं। यानी भाजपा और आजसू पार्टी का एक साथ लड़ना झामुमो प्रत्याशी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है।

पिछले पांच उपचुनाव में गठबंधन ने दर्ज की चार बार जीत

झारखंड में वर्ष 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद से अब तक पांच उपचुनाव हो चुके हैं. दुमका, मधुपुर, बेरमो, मांडर और रामगढ़ सीटों पर अलग-अलग वजहों से हुए उपचुनाव में झामुमो की अगुवाई वाले सत्ताधारी गठबंधन ने चार बार जीत दर्ज की। सिर्फ एक सीट रामगढ़ का परिणाम, सत्ताधारी गठबंधन के खिलाफ गया। यहां कांग्रेस के प्रत्याशी को एनडीए (आजसू) प्रत्याशी के सामने पराजय का सामना करना पड़ा था। एनडीए इस बार यही कहानी गिरिडीह में भी दोहराना चाहता है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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