पटना. बिहार का इतिहास रहा है कि मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित होने वाले दही-चूड़ा भोज में कई सियासी समीकरण सेट होते रहते हैं. इस बार भी बिहार में अलग-अलग सियासी दिग्गजों के यहां आयोजित दही-चूड़ा भोज के दौरान राजनीति के कई दांव-पेंच खेले गए और अब उसका असर खरमास खत्म होने के साथ ही बिहार की सियासत में भी देखने को मिल सकता है. दरअसल बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के यहां दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया था. इस भोज में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव तक को निमंत्रण भेजा गया था. हालांकि भोज में सीएम नीतीश कुमार तो नहीं पहुंचे लेकिन लालू प्रसाद यादव ने पशुपति कुमार पारस के यहां पहुंचकर कई बड़े संकेत जरूर दे दिए.
दरअसल पशुपति पारस के यहां आयोजित दही चूड़ा भोज में लालू प्रसाद यादव अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के साथ पहुंचे थे. जानकारी के अनुसार लालू यादव दही-चूड़ा भोज में करीब 10 मिनट तक रुके और पशुपति पारस से मुलाकात कर कई सियासी मुद्दों पर भी चर्चा की. सूत्रों के अनुसार इस दौरान लालू यादव ने पशुपति पारस को महागठबंधन के साथ आने का ग्रीन सिग्नल भी दे दिया है. बताया जा रहा है कि एनडीए (NDA) से नाराज चल पशुपति कुमार पारस लालू यादव से ग्रीन सिग्नल मिलने के साथ ही महागठबंधन से जुड़कर आगामी विधानसभा चुनाव भी लड़ सकते हैं. अब ऐसे में बिहार के सियासी गलियारे में चर्चाओं का बाजार तेज हो गया.
क्या पारस लेने वाले हैं बड़ा फैसला ?
वहीं लालू प्रसाद यादव के आने पर पशुपति कुमार पारस ने कहा कि लालू यादव हमारे निमंत्रण पर पहुंचे यह बड़ी बात है. हम उनका धन्यवाद करते हैं. उनसे मुलाकात काफी अच्छी रही. इस दौरान सब कुछ शुभ-शुभ रहा. लालू जी से अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा हुई. खरमास खत्म हो गया है. ऐसे में अब सब अच्छा होगा. वहीं लालू यादव भी पशुपति पारस के यहां से मुस्कुराते हुए निकाले और कहा कि सब ठीक है. इस दौरान लालू प्रसाद यादव के साथ तेजप्रताप यादव भी मौजूद थे. बता दें, पशुपति कुमार पारस पिछले दिनों कई बार कह चुके हैं कि उनको एनडीए के अंदर पूछा नहीं जा रहा है. ऐसे में लालू यादव से ग्रीन सिग्नल मिलने के साथ ही पशुपति कुमार पारस जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं.
नीतीश और चिराग को भी भेजा था न्योता
पशुपति कुमार पारस के अनुसार उन्होंने अपने आवास पर आयोजित दही-चूड़ा भोज के लिए नीतीश कुमार, लालू यादव, चिराग पासवान समेत तमाम लोग को निमंत्रण भिजवाया था. हालांकि पशुपति कुमार पारस के यहां नीतीश कुमार नहीं पहुंचे. वहीं इससे पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि अगर नीतीश कुमार पशुपति पारस के यहां जाते हैं उनकी लालू यादव से मुलाकात हो सकती है. हालांकि अब इन कयासों पर विराम लग गया है. हालांकि बड़ी बात यह है कि नीतीश कुमार मंगलवार को मकर संक्रांति के अवसर पर चिराग पासवान के यहां दही चूड़ा भोज में शामिल होने गए. यह अलग बात है कि उस दौरान चिराग के वहां नहीं रहने के कारण उनसे सीएम नीतीश की मुलाकात नहीं हो पायी थी.