राज्य में अवैध खनन में रेलवे की भूमिका की जांच के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री (Hemant Soren) ने रेल मंत्री (Railway minister) को लिखा पत्र, अवैध खनन में रेलवे अधिकारियों पर मिलीभगत का लगाया आरोप ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) को चिट्ठी लिखी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को लिखे पत्र में कहा है कि राज्य सरकार सरकार ने अवैध खनन (illigal minining)और परिवहन में रेलवे अधिकारियों की संलिप्तता की जांच के लिए समिति के गठन का फैसला लिया गया है।हेमंत सोरेन ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिख कर आरोप लगाया है कि राज्य के साहिबगंज समेत अन्य जिलों में अवैध खनन को बढ़ावा देने में रेलवे और उसके अधिकारियों की संलिप्तता प्रतीत होती है। पत्र में लिखा गया है कि इसकी जांच के लिए एक जांच समिति के गठन का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से अनुरोध किया कि वह इस जांच में रेलवे के अधिकारियों से पूरा सहयोग करने का निर्देश दें।
जांच समिति के गठन का निर्णय
मुख्यमंत्री (Hemant Soren) ने अश्विनी वैष्णव को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि ऐसी परिस्थिति में राज्य सरकार द्वारा अवैध खनन और इसके परिवहन में रेलवे अधिकारियों की संलिप्तता एवं अन्य सभी संबंधित बिन्दुओं की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति के गठन का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से अनुरोध किया कि वह इस जांच में रेलवे के अधिकारियों से पूरा सहयोग करने का निर्देश दें। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उम्मीद जतायी है कि इस जांच में रेल मंत्रालय पूरी सहयोग करेगा। मुख्यमंत्री की चिट्ठी में आगे लिखा है। दूसरे राज्यों की तरह झारखंड भी अवैध खनन के दंश झेलने के लिए विगत कई दशकों से अभिशप्त है. मैं झारखंड से अवैध खनन को समाप्त करने के लिए कृतसंकल्प हूं और इस मामले में जांच बेहद जरूरी है। राज्य के राजस्व में वृद्धि के प्रयास किये जा रहे हैं। सड़क मार्ग की उचित निगरानी की जा रही है. पर रेलवे द्वारा अवैध खनन के परिवहन की रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों में सहयोग नहीं किया जा रहा है।
साहिबगंज के अवैध खनन का जिक्र
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पत्र में साहेबगंज के अवैध खनन का भी जिक्र किया है और अपने ऊपर लगे आरोप का भी जिक्र करते हुए आरोप लगाया है कि साहिबगंज में अवैध पत्थर खनन की जांच के दौरान दो वर्षों में साहिबगंज जिले से विभिन्न नौ लोडिंग प्वाइंट्स से 3531 से भी अधिक रेलवे रैक से बगैर चालान के पत्थर का परिवहन किया गया है।
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