तेलुगु देशम पार्टी के सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री समेत भाजपा के कई बड़े नेताओं की उपस्थिति में चौथी बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। विजयवाड़ा में बनाये गये समारोह स्थल पर विशाल जनसमूह के सामने चन्द्रबाबू नायडू के साथ जनसेना प्रमुख पवन कल्याण ने उप मुख्यमंत्री और नायडू के बेटे नारा लोकेश समेत कई विधायकों के साथ मंत्री पद की शपथ ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, नितिन गडकरी और बंदी संजय कुमार और कई अन्य नेता शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
खबर है कि पवन कल्याण को उपमुख्यमंत्री पद के साथ जनसेना को तीन विधायकों और भाजपा के एक विधायक को कैबिनेट में जगह मिलेगी। 175 सदस्यीय आंध्र प्रदेश विधानसभा में, कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित 26 मंत्री हो सकते हैं।
चन्द्र बाबू नायडू का मुख्यमंत्री पद का सफरनामा
चंद्रबाबू नायडू 1995 में पहली बार अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और लगातार दो कार्यकाल पूरा किया। 2014 में विभाजन के बाद वह आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने और 2019 तक इस पद पर रहे। 2024 के चुनावों में भारी जीत के बाद, नायडू चौथी बार मुख्यमंत्री के रूप में लौटे हैं। शपथ ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री चन्द्र बाबू नायडू ने कहा कि जनता सरकार के शपथ ग्रहण में प्रदेश की 5 करोड़ जनता आमंत्रित है। आइए जनता की नई आशाओं और चाहत के साथ एक नई यात्रा शुरू करें और प्रदेश को शीर्ष पर रखें।
इन विधायकों ने ली मंत्रिपद की शपथ
चन्द्र बाबू नायडू और पवन कल्याण के शपथ ग्रहण करने के बाद सीएम के बेटे नारा लोकेश, किंजरापु अच्चेन्नायडू, कोल्लू रवींद्र गारू, नादेंडला मनोहर गारू, पोंगुरु नारायण गारू, वांगलापुडी अनिता गारू, सत्यकुमार यादव गारू, निम्मला रामानायडू गारू, अनम रननारायण रेड्डी गारू, पय्यावुला केशव गारू ने मंत्री पद की शपथ ली।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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