Chamra Linda: झारखंड मंत्रालय में एक ऐतिहासिक क्षण देखा गया, जब पहली बार सरना विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। इस पूजा का नेतृत्व पारंपरिक सरना पूजा पद्धति के अनुसार पाहन ने किया, जिसमें झारखंड सरकार के अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री चमरा लिंडा भी शामिल हुए।
यह आयोजन उनके मंत्रालय के नए कार्यालय का शुभारंभ करने के अवसर पर किया गया। चर्चा है कि यह झारखंड के इतिहास में पहली बार हुआ है जब मुख्यमंत्री या मंत्रियों के बैठने वाले झारखंड मंत्रालय में आदिवासी रीति-रिवाज के तहत सरना पूजा का आयोजन किया गया।
मंत्री चमरा लिंडा ने अपने कार्यालय में पहली बार प्रवेश किया और इस शुभ अवसर को आदिवासी परंपरा और संस्कृति के संरक्षण के प्रतीक के रूप में मनाया गया। पूजा में पारंपरिक रीति से पाहन ने अनुष्ठान संपन्न किया। इस अवसर पर कई विभागीय अधिकारी और स्थानीय गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
सरना पूजा पद्धति झारखंड के आदिवासियों की गहरी आस्था और संस्कृति को प्रदर्शित करती है। यह पहली बार किसी सरकारी कार्यालय में इस प्रकार के अनुष्ठान को संपन्न कर राज्य में आदिवासी विरासत को सम्मानित करने की मिसाल पेश की गई है।
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