न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
देश में चल रहे भीषण गर्मी के कारण बिजली की डिमांड की रिकॉर्ड बढ़ोतरी और कोयले के कम स्टॉक के कारण बिजली का घोर संकट जारी है। इस संकट ने केन्द्र सरकार के माथे पर भी बल ला दिया है। बिजली की मांग रिकॉर्ड स्तर को छू रही है। बिजली की मांग 13.2 फीसदी बढ़कर 135 बिलियन किलोवॉट पर पहुंच गई है। इस बढ़ी हुई बिजली की आपूर्ति नहीं हो पाने की वजह से कई राज्यों में घंटों बिजली कटौती हो रही है।
कोयले की कमी की राज्य सरकारें लगातार शिकायत कर रही हैं। केन्द्र सरकार ने भी रेलवे ने कोयले की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने और मालगाड़िय़ों को रास्ता देने के लिए करीब 700 सवारी गाडिय़ों का परिचालन रद्द कर दिया है। इसके बावजूद राज्य सरकारें कोयले की कमी का मुद्दा उठा रही हैं।
हालत यह है कि इस गहराते बिजली संकट पर विचार-विमर्श के लिए सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह ने अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलानी पड़ी। इस बैठक में ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौजूद थे।
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