रांची विश्वविद्यालय के शिक्षाविद् , पूर्व सीनेट सह सिंडीकेट सदस्य डॉ. अटल पांडेय ने बजट 2024 को भारत के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्रालय के लिए 125638 करोड़ रुपये की भारी राशि युवाओं के लिए शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट, और रोजगार के अवसरों में महत्वपूर्ण सुधार लाएगी। यह राशि युवाओं को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहायक होगी।
प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान की सराहना करते हुए डॉ. पांडे ने बताया कि इसमें आदिवासी बहुल 63000 गांवों के 5 करोड़ आदिवासियों को आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में कदम उठाए जाएंगे। यह योजना आदिवासी समुदायों की समृद्धि के लिए एक सकारात्मक पहल है।
पहली नौकरी प्राप्त करने वाले युवाओं के ईपीएफओ खातों में 15000 रुपये की राशि का प्रावधान युवाओं के लिए वित्तीय सुरक्षा का महत्वपूर्ण कदम है। इसके साथ ही, उच्च शिक्षा के लिए 10 लाख रुपये तक के ऋण वाउचर और 1 लाख छात्रों को 3% ब्याज छूट की सुविधा को उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक कदम बताया है।
महिलाओं और लड़कियों के विकास के लिए 3 लाख करोड़ रुपये के प्रावधान को डॉ. पांडे ने उनके सामाजिक और आर्थिक स्थिति सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।
कैंसर जैसे असाध्य रोगियों के लिए बजट में किए गए विशेष प्रावधानों की डॉ. पांडे ने सराहना की है, जिससे उनकी चिकित्सा और उपचार में सुधार होगा।
मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए टैक्स स्लैब बढ़ाकर राहत देने की पहल को डॉ. पांडे ने बजट की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया है, जो उन्हें वित्तीय राहत प्रदान करेगा।
डॉ. अटल पांडे के अनुसार, यह बजट देश के सर्वांगीण और सर्वस्पर्शी विकास की दिशा में एक नया अध्याय है, जो भारत के विकास को नई दिशा देगा।