बोकारो से रिपुसूदन पाठक की रिपोर्ट
Bokaro जिले के चंदनकियारी प्रखंड (Chandankiyari block) की स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही का मामला सामने आया है. जहां एक 10 साल के मासूम ने ठेला से खींचकर अपनी दादी (grandmother) को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया।1 महीने से चंदनकियारी के इस अस्पताल में एक भी एंबुलेंस (ambulance) नहीं आया जिससे मरीज के घरवाले परेशान होकर ठेले पर ही मरीज को लेटाकर अस्पताल ले आए। 75 वर्षीया मरूरा देवी नामक मरीज को चंदनकियारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अस्पताल तक ठेले से पहुंचाया गया. मरीज का पोता सूरज कुमार जिसकी उम्र महज दस साल होगी, ने ठेले से अपनी बीमार दादी को अस्पताल तक पहुँचाया।
इस दौरान मासूम सूरज को पूछने पर बताया कि वे चंदनकियारी स्थित बागानटोला का निवासी है और उसकी वृद्ध दादी कई दिनों से बीमार है। अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने पर घर में रखे ठेले पर ही लादकर अस्पताल पहुंचाया।
‘एक महीने से नही है एंबुलेंस’
इस संबंध में चंदनकियारी सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा श्रीनाथ ने कहा कि विगत एक महीने पूर्व ही अस्पताल का 108 एंबुलेंस रांची से लौटने के क्रम में हादसे का शिकार होकर खराब पड़ा है। एक महीने बीतने के बाद भी अस्पताल को एंबुलेंस नही मिल पाया। दूसरी ओर क्षेत्र में सांसद और विधायकों से मिली कई एंबुलेंस अब सरकारी फाइलों में ही सिमटकर रह गई है। जो अब अस्पताल या सड़कों पर नहीं दिखती। वहीँ बोकारो सिविल सर्जन कार्यालय के एसीएमओ डॉ एच के मिश्रा ने कहा कि आपके माध्यम से जानकारी मिली है ऐसे में पूरे मामले में जानकारी लेकर एंबुलेंस की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही विधायकों से भी अपील की जाएगी, ताकि उनके द्वारा चंदनकियारी प्रखंड में एंबुलेंस की व्यवस्था की जा सके।
ये भी पढ़ें : पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में सीएम Hemant Soren ने की मांग- सेना में हो आदिवासी रेजिमेंट