आक्रोशित शिक्षकों ने शिवपहाड़ चौक को किया जाम, हत्यारे को पकड़ने को लेकर नारेबाजी
झारखंड के दुमका जिले के मसलिया के उच्च विद्यालय गोवासोल के प्रभारी प्रधानाध्यापक ब्रेनतियुस हेंब्रम का शव पुलिस ने शनिवार की शाम मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कड़हरबील जंगल से बरामद किया। आशंका जतायी जा रही है कि प्रधानाध्यापक की पहले हत्या की गयी और आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पेड़ से लटका दिया गया। रविवार को शिक्षकों और परिजनों ने सुबह से ही दुमका के शिवपहाड़ चौक में सड़क जामकर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तारी करने की मांग करते हुए नारेबाजी की। वहीं हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हो रहे प्रदर्शन के कारण परिजनों ने प्रशासन को शव को अपराह्न एक बजे तक पोस्टमार्टम नहीं दिया था। यहां तक कि परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस को भी जाम कर दिया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने शक के आधार पर मसलिया प्रखंड के गोवासोल विद्यालय के प्रधान लिपिक आनंद झा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस निरीक्षक अमीत लकड़ा , डीएसपी एकुडड डुंगडुंग परिजनों को समझने का प्रयास में जुटे हुए हैं। मृतक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गांदो के जाराडीह के रहने वाले थे। 7 जनवरी को ही पत्नी पुष्पलता सोरेन ने नगर थाना में सनहा दर्ज कराकर सकुशल बरामद करने की गुहार लगायी थी। पुलिस ने शव कब्जे में लिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
जानकारी के अनुरूप शनिवार शाम को गांव के कुछ लोग नदी पार जंगल की ओर गये तो उन्हें पेड़ से लटका हुआ शव दिखा। सूचना मिलते ही नगर थाना प्रभारी अमित लकड़ा, मुफस्सिल थाना प्रभारी सत्यम कुमार मौके पर पहुंचे। इसके बाद प्रशिक्षु आइपीएस सैयत हाशिमी मुस्तफा और एसडीपीओ विजय महतो भी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की। जांच में पता चला कि शिक्षक के सिर पर किसी पत्थर जैसी चीज से प्रहार किया गया था और मौत होने के बाद पेड़ से लटका दिया। उनके पैरों से खून बह रहा था और पैरों में दोनों चप्पलें भी थीं। प्रशिक्षु आइपीएस ने मृतक की पत्नी से पूरी घटना की जानकारी ली। बाद में फॉरेंसिक टीम ने जांच शुरू की। पुलिस का मानना है कि पहली नजर में हत्या का मामला लग रहा है। इसी आधार पर मामले की जांच की जा रही है।
पत्नी पुष्पलता सोरेन ने पुलिस को बताया कि पति छह जनवरी की शाम करीब चार बजे शिवपहाड़ चौक जाने की बात कहकर घर से निकले थे। देर शाम तक वे वापस नहीं आए। मोबाइल पर संपर्क किया तो वह बंद निकला। हर जगह तलाश करने के बाद कुछ पता नहीं चला। नगर थाना में सन्हा दर्ज कराने के बाद परिवार के लोग लगातार तलाश में लगे हुए थे। बताया कि पति बहुत सीधे थे, उनकी किसी से दुश्मनी भी नहीं थी। फिर किसने उनकी हत्या कर दी।
दुमका से आगस्टीन हेम्बरम की रिपोर्ट/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
यह भी पढ़ें: अनीता आनंद नहीं बनना चाहतीं कनाडा की पीएम, रेस से खुद को किया अलग! पर क्यों?