न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर दो बड़ी खबरें आ रही हैं। एक, नीतीश कुमार को विपक्ष राष्ट्रपति पद के रूप में प्रोजेक्ट करना चाह रहा है। दो, नीतीश कुमार बिहार में राजद गठबंधन से अपना रिश्ता तोड़ना चाह रहे हैं। दोनों खबरों को एक दूसरे से जोड़कर देखा जा रहा है। लेकिन इसकी सच्चाई पर अभी संदेह है। संदेह इसलिए क्योंकि जदयू या खुद नीतीश कुमार की ओर से ऐसा कोई बयान नहीं आया है, जो इन खबरों की पुष्टि करे, लेकिन राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा आम जरूर हो गयी है। सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार यूपी चुनाव के खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं, उसके बाद एनडीए से अलग होने पर विचार करेंगे।
जो भी खबरें हवा में तैर रही हैं, इनके केन्द्र में चुनानी रणनीतिकार प्रशांत किशोर नजर आ रहे हैं। उन्होंने पिछले दिनों तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। इसी का बाद नीतीश कुमार को राष्ट्रपति बनाये जाने की चर्चा राजनीतिक गलियारों में होने लगी है।
टीएमसी से नाता खत्म होने के बाद प्रशांत किशोर की टीम तेलंगाना के चुनाव में इस बार केसीआर की पार्टी टीआरएस के लिए काम करेगी। पिछले दिनों इसी सिलसिले में दोनों के बीच बैठकें हुईं। कहा जा रहा है कि इन बैठकों में नीतीश को राष्ट्रपति का चुनाव लड़ाने पर लंबी चर्चा हुई। तेलंगाना सीएम से मुलाकात के बाद प्रशांत किशोर नीतीश से पटना में डिनर पर मिले। उधर केसीआर मुंबई में शरद पवार और सीएम उद्धव ठाकरे से मिले। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी केसीआर से मुलाकात की थी। इन्हीं खिचड़ी परोस मुलाकातों से ही नीतीश कुमार को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाये जाने की चर्चा शुरू हुई, साथ ही राजग गठबंधन से रिश्ते खत्म करने की बातें।
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