‘अग्निपथ’ की गलतफहमी में जल रहा देश
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
‘अग्निपथ’ स्कीम को लेकर बवाल मचाना बिहार की दिनचर्या में शामिल हो गया है। भर्ती की गलतफहमियों को लेकर शनिवार को चौथे दिन सुबह से फिर उपद्रवियों का उत्पात शुरू हो गया है। अग्निपथ के विरोध में आज बिहार बंद का आह्वान किया गया है। इस बिहार बंद को एनडीए में शामिल कुछ पार्टियों के साथ विपक्षी राजनीतिक दलों का भी समर्थन प्राप्त है।
अग्निपथ की आग में बिहार के कई जिले पिछले तीन दिनों से झुलस रहे हैं। बिहार में जो उपद्रव मचा हुआ है उसका सबसे बुरा असर ट्रेनों पर पड़ा है। ट्रेनों में की गयी आगजनी के कारण सैकड़ों ट्रेनें रद्द कर दी गयी है जिसका यातायात पर बेहद बुरा असर हुआ हा। बिहार के बिगड़ते हालात को देखते हुए 15 जिलों में इंटरनेट सेवा सस्पेंड कर दी गयी है। इंटरनेट सेवा सस्पेंड करने का ये आदेश कल तक यानी 19 जून तक लागू रहेगा।
शनिवार सुबह होते ही जहानाबाद में उपद्रवी सड़कों पर उतर आए और आगजनी शुरू कर दी। उन्होंने एक ट्रक और एक बस को आग के हवाले कर दिया।
मुंगेर में बिहार बंद के दौरान मुंगेर जिला के तारापुर में तारापुर प्रखंड कार्यालय परिसर में जमकर तोड़फोड़ की गयी। तारापुर प्रखंड कार्यालय परिसर में अधिवक्ताओ के चैम्बरों में रखे कुर्सी-टेबलों को तोड़ दिया। तारापुर शाहिद स्मारक के पास विरोध प्रदर्शन कर लौट रहे हजारों की संख्या में उपद्रवी तारापुर प्रखण्ड कार्यालय परिसर में घुस गए और कार्यालय परिसर में बने अधिवक्ताओ के चैम्बरों को बुरी तरहा से क्षतिग्रस्त कर दिया।
सीतामढ़ी में उपद्रवियों ने शनिवार की सुबह से ही शहर में आक्रोश मार्च निकालना शुरू कर दिया। शहर के पासवान चौक समेत कई चौक-चौराहों पर धरना-प्रदर्शन किया गया। इस दौरान चकमहिला में एक बस को भी निशाना बनाया गया। उपद्रवियों ने बस की खिड़कियों के कांच फोड़ डालें। सूचना पर सदर एसडीएम राकेश कुमार एवं एसडीपीओ सुबोध कुमार दल बल के साथ भ्रमण करते नजर आए। कई जगहों पर भी लगाई उपद्रवियों को खदेड़ा गया। इधर, शनिवार को भी सीतामढ़ी से चलने वाली सभी पैसेंजर ट्रेन को रद्द कर दिया गया है।
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