Bihar News: बाजारों में बिकने वाला साइकिल तो आपने खूब देखा होगा, लेकिन विभूतिपुर प्रखंड के सिरसी गांव के 20 वर्षीय युबक संजय साजन ने बांस की साइकिल बनाया है. जिसके कारण समस्तीपुर जिले में इन दिनों संजय साजन काफी सुर्खियों में है. सड़क से गुजर रहे संजय साजन ने जानकारी देते हुए बताया कि वह पढ़ाई के साथ-साथ छोटे-मोटे कार्यक्रम में डेकोरेशन का काम किया करता है. काम के सिलसिले में आने-जाने के लिए उनके पास टूटी-फूटी साइकिल थी आने-जाने में काफी समस्या हो रही थी. एक तरफ गरीबी की हालत दूसरे तरफ पढ़ाई की तैयारी के बीच उन्हें एक अच्छा लोहे की साइकिल भी नहीं था. जिसके कारण वह साइकिल के अभाव में कोई काम भी समय पर नहीं कर पता था. गरीबी के कारण बाजार की ओर रुख न कर घर पर ही जुगाड़ टेक्नोलॉजी कर कबाड़ी से साइकिल का पहिया लाकर बांस के फ्रेम के सहारे साइकिल बनाकर सबको हैरान कर दिया है.
संजय साजन ने जानकारी देते हुए बताया कि मात्र 500 रुपया खर्च कर 25 दिन के भीतर ही उन्होंने बांस के फ्रेम के सहारे साइकिल को तैयार किया है. बांस के जड़ से साइकिल की सीट और बांस के फ्रेम सहित अन्य सामान लगाकर एक नई साइकिल तैयार किया है. इस साइकिल को रेसिंग में भी उपयोग किया जा सकता है. संजय ने दावा करते हुए बताया कि बाजार में बिकने वाले साइकिल जैसा यह भी आराम दायक है. अब वह इसी साइकिल के सहारे आसपास के गांव सहित दूर दराज रिश्तेदार के यहां भी आते जाते हैं. संजय सजान के इस सोच के देख परिवार के लोग सहित गांव के युवा भी काफी खुश हैं और इस हस्तशिल्प कला पर काफी गौरबांबित महसूस कर रहे हैं. साथ ही संजय साजन को बांस के साइकिल के साथ सड़क पर गुजरने के दौरान गांव के युवा साथी लोग भी इस साइकिल के साथ मोबाइल पर सेल्फी खिंचवाने की कोशिश करते रहते हैं.
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