न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
रूसी सेना के हमले के बाद यूक्रेन के हालात काफी खतरनाक हो गये हैं। यूक्रेन की खराब हालत से भारत में चिंता बढ़ी हुई है, क्योंकि भारत के करीब 20,000 छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। ये सभी छात्र यूक्रेन में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने गए हुए हैं। छात्र और छात्रों के परिजन लगातार केन्द्र सरकार गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें वापस लाया जाये। विपक्ष भी केन्द्र सरकार पर लगातार हमले बोल रहा है कि वह जल्द से जल्द सभी छात्रों को सुरक्षित भारत लाये। केन्द्र सरकार ने भी शुक्रवार को एक हाई लेवल मीटिंग कर के छात्रों को वापस लाने का प्लान बना लिया है। सभी छात्रों को पोलैंड, रोमानिया तथा अन्य रास्तों से सरकार भारत लायेगी।
बता दें कि बिहार के भी 800 छात्र भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इन छात्रों को लेकर उनके परिजन काफी चिंतित हैं। छात्रों के द्वारा सोशल मीडिया से जो मैसेज भेजे जा रहे हैं, उससे उनकी दयनीय स्थिति का पता चल रहा है। खाने-पीने, पैसे की किल्लत हो गयी है। इससे उनके परिवार वालों की चिंता और बढ़ गयी है। इन छात्रों को लेकर पूरा देश चिंतित है। बिहार सरकार इन छात्रों को लेकर लगातार अपनी चिंता जता रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद सभी को आश्वस्त कर रहे हैं कि सरकार यूक्रेन में फंसे बिहार के सभी छात्रों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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