न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
खबर बिहार के रोहतास जिले की है। यहां 400 रुपये रोज कमाने वाले एक मजदूर को इनकम टैक्स विभाग ने 14 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा है। न सिर्फ नोटिस भेजा है, बल्कि 14 करोड़ जमा करने को भी कहा है। मनोज यादव नामक यह मजदूर करगहर गांव का रहने वाला है। विभाग ने उसके घर यह नोटिस भेजा है। नोटिस मिलने के बाद मनोज और उसके परिवार के लोग सकते में हैं। वह परिवार समेत घर से गायब है।
क्या है इनकम टैक्स विभाग का कहना
14 करोड़ का नोटिस एक मजदूर को थमाये जाने पर इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उसके बैंक खाते से करोड़ों रुपयों का ट्रांसजेक्शन हुआ है। इस ट्रांसजेक्शन के कारण वह टैक्स के दायरे में आया है। हालांकि अधिकारी भी मान रहे हैं कि मनोज यादव का घर देखकर लगता है कि उसकी आर्थिक स्थिति सही नहीं है।
क्या है मजदूर मनोज यादव का कहना
वहीं, मजदूर मनोज यादव का कहना है कि काम के सिलसिले में उसने कई जगह अपना पैन और आधार कार्ड दिया था, हो सकता है उसका गलत इस्तेमाल किया गया हो। मनोज ने कहा कि इतनी बड़ी रकम वह अपनी संपत्ति कई बार बेचकर भी इसे नहीं चुका सकता।
थोड़ा प्रयास इनकम टैक्स विभाग भी तो करे
इनकम टैक्स के अधिकारियों को मनोज यादव का घर देखकर उसकी माली स्थिति की जानकारी तो हो ही गयी है तो उन्हें भी इस मामले की तह में जाने की जरूरत है। इनकम विभाग को सिर्फ ट्रांसजेक्शन हुआ नजर आ रहा है, यह ट्रांसजेक्सशन कहां से हुआ है, इसका पता तो वह लगा ही सकता है। जिनके द्वारा इतनी बड़ी हेराफेरी की गयी है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई तो विभाग कर ही सकता है। प्रथम ही नहीं, अंतिम दृष्टया भी यह साइबर क्राइम का मामला नजर आता है। मनोज यादव पहला व्यक्ति नहीं है जो ऐसी जालसाजी का शिकार हुआ है। देश की तमाम एजेंसियों के साथ राज्य सरकारों और केन्द्र सरकार को भी ऐसी धोखाधड़ी से लोगों के बचाव के उपाय किये जाने चाहिए। मनोज यादव पर अगर कार्रवाई होती है तो यह मनोज यादव नहीं, सिस्ट का फेलियर है।
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