न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
बिहार की राजनीति में लगता है, इस समय सब कुछ ठीक नहीं है। वैसे तो सीएम नीतीश कुमार अपनी धुन में मस्त बिहार भ्रमण कर रहे हैं। वहीं, जदयू के लिए उन्हीं की पार्टी के संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा सिरदर्द बने हुए हैं। जदयू के आपस के इस झगड़े से राजद कितना परेशान है, इसका तो पता नहीं, लेकिन भाजपा दूर से इन सबके मजे ले रही है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा नें उपेंद्र कुशवाहा के बयान का समर्थन कर आग में और घी डाल दिया है। विजय कुमार सिन्हा ने कुशवाहा के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें जदयू नेता ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा कि बिहार में राजनीतिक अस्थिरता का दौर चरम पर है और राजनीतिक समरसता लाने वाले जो भी योद्धा रहे हैं या बिहार की जनता के जनादेश का अपमान कर रहे हैं। सत्ता के मद में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है।
नीतीश कुमार को कमजोर करने के लिए राजद से ‘साठगांठ’ – कुशवाहा
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि राजद और जदयू का जो मिलन है वह महज स्वार्थी महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिए है। एक व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनना था और दूसरे को मुख्यमंत्री बनना था। लेकिन उपेंद्र कुशवाहा ने इससे भी बड़ी बात यह कही कि महागठबंधन में जाने से पहले जदयू के कुछ नेताओं ने राजद के साथ डील की थी। उसी के तहत नीतीश कुमार को लगातार कमजोर किया जा रहा है। मुझे नीतीश बुलाएं। मैं उन्हें सब कुछ साफ कर दूंगा। मुख्यमंत्री अभी भी संभल जाएं।
कुशवाहा जो मन में आये बोलते हैं – नीतीश कुमार
इस प्रकरण के बीच मुख्यंत्री नीतीश कुमार की भी प्रतिक्रिया आ गयी है। नीतीश कुमार समस्तीपुर जिले के कर्पूरी ग्राम में कर्पूरी ठाकुर की जयंती के मौके पर पहुंचे तो मीडिया ने महागठबंधन पर जब उनसे सवाल किया तो वह तिलमिला उठे। उन्होंने कह दिया कि उपेंद्र कुशवाहा के बारे में हमसे मत पूछिए। उनके मन में जो आता है बोलते रहते हैं। आजकल बहुत लोग जो बोल रहे हैं अपनी हो बोल रहे हैं, हमको इन सब से कोई लेना देना नहीं है।
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