101 लोगों को दलित अत्याचार के जुर्म में आजीवन कारावास
कांग्रेस पर इन दिनों लगातार ‘दलित विरोधी’ के आरोप लग रहे हैं। केरल के वायनाड में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने नामांकन के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के के कथित ‘अपमान’ की भी खबर आयी है। और अब कांग्रेस शासित राज्य कर्नाटक से जो खबर आ रही है, वह देश के इतिहास की दलित अत्याचार की सबसे बड़ी खबर है। इस मामले में 101 लोगों का आजीवन कारावास की सजा भी सुनाई गयी है। बता दें जिस मामले को लेकर यह फैसला आया है, वह 2014 की घटना है। तब कर्नाटक में कांग्रेस के सिद्धारमैय्या मुख्यमंत्री थे।
मामला कर्नाटक राज्य के कोप्पल जिले की है। मामला जाति आधारित हिंसा से जुड़ा हुआ है। यह मामला 28 अगस्त 2014 को गंगावती तालुका के मारकुंबी गांव का है।जिसमें आरोपियों ने दलित समुदाय के लोगों के घरों में आग लगा दी थी। इस घटना के बाद राज्य के कई हिस्सों में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए। मामला बढ़ने के बाद 117 लोगों को आरोपी बनाया गया था। इसी केस का अब फैसला आया है हालांकि सुनवाई के दौरान 16 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
कोप्पल के गंगावती तालुका के मारकुंबी गांव में आरोपियों ने दलित समुदाय के लोगों के घरों में इसलिए आग लगा दी थी, क्योंकि दलितों को नाई की दुकान और ढाबों में प्रवेश से मना करने के बाद वहां पर झड़पें शुरू हुई थीं। फैसला देते हुए न्यायाधीश ने कहा कि फैसले का मकसद इंसाफ को बनाए रखना और जाति आधारित हिंसा के खिलाफ एक मजबूत संदेश देना है।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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