झारखंड के इतिहास में वन विभाग को अब तक की सबसे बड़ी सफलता मिली है जहा तेंदुवा के छाल, हिरण के सिंग,और पलामू और दलमा के जंगलों में जानवरों का शिकार करने वाले उपकरण किया बरामद। जहा पहले पांच आरोपी आज तीन आरोपी को किया गिरफतार।
खुलासा जमशेदपुर के साकची बाजार से हुई जहा वन विभाग को सूचना मिली की एक व्यक्ति के पास तेंदुआ का छाल है किसी रेकी की गई जिसके बाद उसके पास ग्राहक बन सौदा हुआ जिस छाल को कोलक्तता के व्यापारी को बेचना था जिसकी गिरफ्तारी के बाद उसके निशानदेही पर चाईवासा से इसी मामले में तीन लोगो गिरफ्तार किया गया जिससे पूछताछ पर विभाग को पता चला की पलामू में इसके मुख्य आरोपी है जिसको लेकर एक टीम वन विभाग बनाई और पलामू में छापेमारी की गई जहा और चार को अरेस्ट किया गया जिसके पास से जनवारो को पकड़ने के लिए कई उपकरण बरामद की जिसके पास से हिरण का सिंग और जनवार वेस कीमती सामान बरामद किया ।
जिस मामले पहले वन विभाग पांच आरोपी को जेल भेज चुकी थी और आज तीन आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजी है । वन विभाग डीएफओ के अनुसार यह तेंदुआ का छाल बहुत कीमती है जिसे विदेशो में घर की सजावट और तंत्र ज्ञान के लिए इस्तमाल किया जाता है जिसकी कीमत 1 करोड़ से 2 करोड़ जाती है । जिसमे फिलहाल और करवाई बाकी है कारण इस सबका मास्टर माइंड राजस्थान में रहता है जिसकी गिरफ्तारी की योजना विभाग बना रही है।
जमशेदपुर से इन्द्रजीत सिंह की रिपोर्ट
इसे भी पढें: पूर्व मंत्री आलमगीर के करीबी हाकिम CBI की रडार पर, घर पर चल रही छापेमारी