Land for Job: तेजस्वी की 20 दिनों की विदेश यात्रा से पहले कोर्ट ने लालू समेत 7 को थमाया समन

UPA-1 के समय के बहुचर्चित लैंड फॉर जॉब के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव समेत सात लोगों को दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने समन भेज कर 7 अक्टूबर को उपस्थित होने का आदेश दिया है। बुधवार को लैंड फॉर जॉब मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पहली पूरक चार्जशीट पर दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने संज्ञान ले लिया है। इसी मामले की सुनवाई करते हुए स्पेशल जज विशाल गोगने ने लालू प्रसाद यादव समेत सातों आरोपितों को कोर्ट में 7 अक्टूबर को पेश होने का समन जारी किया है। बता दें कि कोर्ट ने 17 अगस्त को सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था।

बता दें कि बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इन दिनों बिहार में 8 दिनों की चुनावी यात्रा में व्यस्त है। इसके बाद उन्होंने 20 दिनों के विदेश भ्रमण का प्लान बनाया है। अब देखना यह कि समन के अनुसार वह 7 अक्टूबर को कोर्ट में पेश हो पाते हैं या नहीं।

लैंड फॉर जॉब मामले में किन्हें जारी किया गया समन?

दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, अखिलेश्वर सिंह, किरण देवी, हजारी प्रसाद राय, संजय राय और धर्मेंद्र सिंह को समन जारी किया है। बता दें कि ईडी ने 6 अगस्त को पहली पूरक चार्जशीट को दाखिल किया था। इसमें 11 लोगों को आरोपी बनाया है। इससे पहले 7 मार्च को कोर्ट ने ईडी के मामले में राबड़ी देवी, मीसा भारती, हीमा यादव और हृदयानंद चौधरी को नियमित जमानत दी थी।

क्या है जमीन के बदले जॉब का मामला?

बता दे कि Land for Job Scam में बिहार में राजद सुप्रीमो लालू परिवार घिरा हुआ है। लालू परिवार के ऊपर आरोप है कि जब लालू प्रसाद यादव केन्द्र में रेल मंत्री थे तब उनके परिवार के नाम पर कई जमीनें ट्रांसफर की गयी थी जिनके बदले में कई लोगों को रेलवे में नौकरी दी गयी। लालू प्रसाद के परिवार के कई सदस्यों पर पहले ही जांच एजेंसियों ने आरोप दर्ज किया हुआ है। हाल ही में अन्य नामों के साथ लालू की एक और बेटी हेमा यादव का नाम भी शामिल हो गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले में लालू प्रसाद यादव, राज्यसभा सांसद मीसा भारती, हेमा यादव, रेलवे कर्मचारी हृदयानंद चौधरी और कारोबारी अमित काट्याल पर आरोप पत्र दाखिल किया है। दिल्ली के राऊज कोर्ट में दायर आरोप पत्र में दो कम्पनियों पर भी आरोप दाखिल किया गया था।

बता दें कि सीबीआई ने भी इस मामले में एफआईआर दायर की है। जिसमें बताया गया है कि रेलवे में जमीन के बदले नौकरी पाने वालों में राजकुमार, मिथिलेश कुमार, अजय कुमार, संजय राय, धर्मेंद्र राय, रवींद्र राय, अभिषेक कुमार, दिलचंद कुमार, प्रेमचंद कुमार, लालचंद कुमार, हृदयानंद चौधरी और पिंटू कुमार शामिल हैं। इन सभी के परिवारों ने लालू की पत्नी राबड़ी और बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के नाम पर जमीन का मालिकाना हक ट्रांसफर कराया गया था।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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