रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवीन्द्र जडेजा के टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भारत की युवा ब्रिगेड जिम्बाब्वे दौरे पर है। शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय टीम आज अपना पहला टी-20 मैच खेलने के लिए हरारे के स्टेडियम में उतर रही है। हालांकि भारत का मुकाबला जिम्बाब्वे की उस टीम से है जो हाल ही में खत्म हुए टी-20 विश्व कप के लिए क्वालिफाई भी नहीं कर पायी थी। जबकि कई नयी टीमों ने उस विश्व कप में ना सिर्फ क्वालिफाई किया, बल्कि अपने खेल से प्रभावित भी किया।
भारतीय टीम सीनियर खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में आज मैदान पर उतर रही है। इस टीम में पहले भी खेल चुके और अपने खेल से स्थापित कर चुके कुछ खिलाड़ी है, कुछ नये खिलाड़ियों को भी मौका मिलने की पूरी उम्मीद है।
भले ही भारत का मुकाबला जिम्म्बाब्वे जैसी एक कमजोर टीम के साथ हो रहा है। लेकिन इस मैच की चर्चा इसलिए हो रही है, क्योंकि हरारे स्पोर्ट्स क्लब के जिस ग्राउंड पर भारतीय टीम उतरने वाली है, उस पर मेजबान टीम उसे चौंका भी चुकी है। हरारे के इस मैदान पर 2010 से लेकर 2016 के बीच भारत और जिम्बाब्वे के बीच 7 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले हो चुके हैं, इनमें से भारतीय टीम ने पांच मुकाबले तो जीते हैं, लेकिन दो में उसे हार का सामना करना पड़ा है। सबसे बड़ी बात यह की 2015 और 2016 में हुए टी-20 मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा है। 2015 में भारतीय टीम ने जिम्बब्वे दौरे पर 2 टी-20 मैच खेले थे जिसमें मुकाबला 1-1 की बराबरी पर रहा था। जबकि 2016 में 3 टी-20 मैचों की सीरीज में भारत के पहले ही मैच में 2 रनों की नजदीकी हार मिली थी। इसलिए भारतीय को जिम्माब्वे को हल्के में लेने की गलती नहीं करनी चाहिए। अब देखना है कि शुभमन गिल की कप्तानी में टीम कैसे प्रदर्शन करती है।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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