क्या जमाना आ गया है। दवाएं जिस काम के लिए बनायी जाती है, उसमें भी फेल होने लगी हैं। भला ऐसी दवा खाकर कौन बीमार होना चाहेगा। मगर यह सच है। देश के ड्रग रेगुलेटर ‘सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ट्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन’ (CDSCO) ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिससे पता चलता है कि पैरासिटामोल समेत 53 दवाएं क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गई हैं। टेस्ट में फेल हो चुकी दवाएं में कैल्शियम और विटामिन डी3 सप्लीमेंट्स, एंटी डायबिटीज की गोलियां और हाई ब्लड प्रेशर के लिए दवाएं भी शामिल हैं। सीडीएससीओ ने इन 53 दवाओं को नॉट ऑफ स्टैंडर्ड क्वालिटी (NSQ) अलर्ट के तौर पर घोषित किया है। ये दवाएं क्वालिटी टेस्ट में पास नहीं हो पाई हैं। लिस्ट जारी किये जाने के बाद कम्पनियां अपनी जिम्मेवारी लेने से बच रही हैं।
पहले भी लगा है 156 दवाओं पर लगा था प्रतिबंध
केंद्र सरकार ने इसी साल अगस्त में 156 फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके साथ सरकार ने इन दवाओं के प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन पर भी प्रतिबंध लगा दिया था। इनमें बुखार और सर्दी के अलावा पेन किलर, मल्टी-विटामिन और एंटीबायोटिक्स के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं शामिल हैं।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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