BBC IT Survey: मीडिया संस्थान बीबीसी (BBC) के दिल्ली-मुंबई समेत 20 दफ्तरों पर आयकर विभाग ने एक्शन लिया है. दरअसल, मंगलवार सुबह से ही विभिन्न टीमें इन दफ्तरों में दाखिल हुईं और दस्तावेजों की तलाश शुरू कर दी. अब यहां ये समझना बेहद जरूरी है कि बीबीसी पर इनकम टैक्स ने सर्वे किया है या फिर ये एक छापा अथवा सर्च ऑपरेशन है.
सर्वे और सर्च ऑपरेशन में अंतर
पहले ये समझना जरूरी है कि किसी भी मामले में आयकर विभाग कब सर्वे करता है और कब सर्च ऑपरेशन चलाता है. इसके साथ ही इन दोनों में आखिर अंतर क्या है? तो आपको बता दें कि एक Survey में आयकर अधिकारियों को केवल उन स्थानों में प्रवेश करने का अधिकार होता है, जिन्हें आपके बिजनेस या पेशे का स्थान माना जाता है. वहीं दूसरी ओर एक तलाशी अभियान या सर्च ऑपरेशन में आयकर विभाग की टीम में शामिल अधिकारी आपके बिजनेस एरिया के साथ ही आवासीय परिसर, वाहन, या किसी अन्य संबंधित स्थान की भी तलाशी ले सकते हैं. इस दौरान उनके ऊपर किसी भी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं होता.
दस्तावेजों की जांच को लेकर ये नियम
Survey के दौरान इनकम टैक्स की टीम में शामिल अधिकारी सिर्फ आपके खातों जांच करते हुए वहां से जुटाए गए दस्तावेजों को जब्त कर सकते हैं. वहीं अगर टीम छापा मारकर सर्च ऑपरेशन चलाती है तो फिर अधिकारी न केवल दस्तावेजों को जब्त कर सकते हैं, बल्कि उन्हें ये अधिकार भी होते हैं कि पैसा, जेवर समेत अन्य मूल्यवान वस्तुओं को भी जब्त कर सकते हैं. एक और बड़ा अंतर ये होता है कि अगर इनकम टैक्स सर्वे होता है तो फिर अधिकारी किसी व्यक्ति की शारीरिक रूप से तलाशी नहीं ले सकते हैं, वहीं सर्च के दौरान परिसर में मौजूद सभी सदस्यों की फिजिकल जांच की जा सकती है.
धारा 132 के तहत मारी जाती है रेड
बीबीसी दफ्तरों में शुक्रवार को जो कार्रवाई की जा रही है, वो इनकम टैक्स रेड या आयकर छापेमारी ही है. Raid दरअसल, आयकर की धारा 132 के तहत आती है. इसके तहत अधिकारी किसी व्यक्ति के कारोबार या घर कहीं पर भी छापा मार सकता है. ये कार्रवाई किसी भी समय पर की जा सकती है और इसके खत्म होने की भी कोई समय सीमा निर्धारित नहीं होती है.
आखिर क्यों पड़ता है आयकर छापा?
वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले आयकर विभाग, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) और प्रवर्तन निदेशायल यानी ईडी (ED) जैसी एजेंसियां ऐसे लोगों पर पैनी नजर रखती हैं, जो टैक्स में हेर-फेर करते हैं यानी जिनकी कमाई और टैक्स में अंतर होता है. इसके अलावा ऐसे लोग भी आयकर विभाग के रडार पर रहते हैं, जिन पर टैक्स चोरी का शक होता है. कई बार एजेंसियां ब्लैक मनी या फिर टैक्स चोरी से जुड़ी गुप्त सूचनाओं के आधार पर भी छापेमार को अंजाम देता है.
आयकर विभाग की कोशिश यह होती है कि छापा ऐसे वक्त मारा जाए, जब व्यक्ति को उसका अंदाजा ना हो. ऐसे में उसे संभलने का बिल्कुल भी मौका ना मिले. अधिकतर छापे सुबह तड़के या फिर देर रात में इसी वजह से पड़ते हैं. जब छापा मारा जाता है तो आयकर अधिकारियों के साथ पुलिस बल और कभी-कभी तो अर्ध-सैनिक बल भी मौजूद होता है.
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