न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
आयकर विभाग ने बीते दिनों बीबीसी के दिल्ली और मुंबई स्थित कार्यालयों में चार दिनों तक सर्वे किया था। इस सर्वे के बाद आयकर विभाग ने संकेत दिये थे कि बीबीसी के दस्तावेजों में खामियां पायी गयी हैं। अब खबर आ रही है कि बीबीसी के खिलाफ आयकर विभाग के हाथ अहम सुबूत लगे हैं जो यह बताते हैं कि विदेश कंपनी द्वारा टैक्स में कोताही बरती गयी है। आयकर विभाग की यह कार्रवाई टैक्स प्रोफाइलिंग को लेकर ही की गयी थी।
दरअसल, टैक्स प्रोफाइलिंग आयकर की एक शब्दाबली है जो उस उस परिस्थिति को कहते हैं कि जब मौद्रिक रूप में लेन-देन नहीं होता है, लेकिन बही खातों में दिखाया जाता है कि पैसों का लेन-देन हुआ है। इसी टैक्स प्रोफाइलिंग मामले में आयकर विभाग को कार्रवाई के दौरान बड़ा सबूत हाथ लगा है
आयकर विभाग ने अपनी कार्रवाई के आधार पर दावा किया है कि बीबीसी ने इंडिया में लगातार 2 साल तक आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया है। साथ ही, उसके ट्रांसफर प्राइसिंग में भी कई खामियां हो सकती हैं। बताया जा रहा है कि बीबीसी यूके, बीबीसी इंडिया को केवल 9% राजस्व देता है, हालांकि उत्पादन के लिए सभी खर्च भारत द्वारा वहन किए जाते हैं। बीबीसी ने आयकर विभाग के साथ एमएपी का अनुबंध किया है, फिरभी बीबीसी ने इंडिया में कोई टैक्स फाइलिंग नहीं की थी।
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