गयाः बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) गरीब जगाओ रैली (Former CM Jitan Ram Manjhi) ने को संबोधित करते हुए आरक्षण के मुद्दे पर अपनी बात रखी। मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने कहा कि हमें 16 फीसदी आरक्षण मिला है। इसके अलावा 8 फीसदी आदिवासियों को आरक्षण है। यानी हमें कुल 24 फीसदी आरक्षण है। उन्होंने मीडियाकर्मियों के सामने दावा किया कि अगर सही से जातीय जनगणना हो तो समाज में उनकी 32-33 फीसदी हिस्सेदारी सामने आएगी। इसके बाद उन्होंने समाज के अमीरों को लेकर विवादित बयान दिया है।
“अमीरों का बच्चा पोस्टकार्ड से ही पैदा हो जाता है”
जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने कहा कि अमीरों का बच्चा पोस्टकार्ड से ही पैदा हो जाता है. हमलोग गरीब हैं, परिवार के साथ रहते हैं, इसलिए ज्यादा बच्चा हो जाता है. अब कोई साथ ही नहीं रहेगा तो बच्चा कैसे पैदा होगा जी? जीतन राम मांक्षी के इस भाषण पर कार्यक्रम में पहुंचे लोगों ने खूब ठहाके लगाए. इस दौरान लोगों ने खूब मजे भी लिए.
“पत्नी के साथ रहने के चलते बच्चे ज्यादा हो जाते हैं”
उन्होंने कहा कि गरीब अपने बाल-बच्चों और पत्नी के साथ रहता है। पत्नी के साथ रहने के चलते बच्चे ज्यादा हो जाते हैं। अमीरों में कोई दिल्ली, कोई कोलकाता तो कोई पटना रहते हैं।
पूर्व सीएम केवी सहाय का दिया उदाहरण
मांझी ने कहा कि विधानसभा में कामख्या नारायण और देवी सहाय में जनसंख्या की बात पर विवाद हुआ था। देवी सहाय को 7 बेटे थे। बहस के दौरान कामख्या नारायण ने देवी सहाय से कहा था कि ये मुख्यमंत्री राज्य में क्या जनसंख्या नियंत्रण करेंगे, इनके तो 7 बच्चे हैं। इसपर देवी सहाय ने कहा था कि मैं तो अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहता हूं, इसलिए संबंध बन जाता है और बच्चे पैदा हो जाते हैं। लेकिन जैसे बड़े लोग रहते हैं दिल्ली में और पत्नी रहती है शिमला में और पोस्टकार्ड पर आप लोगों को बाल-बच्चा पैदा हो जाता है। इसलिए आप लोगों का कम बच्चा पैदा होता है। कहने का मतलब यह है कि अमीरों के मुकाबले गरीबों की जनसंख्या ज्यादा तेजी से बढ़ती है। अमीरों की जनसंख्या ढाई प्रतिशत के हिसाब से बढ़ती है तो गरीबों की 5 फीसदी की रफ्तार से। यही वजह है कि आज हमारी जनसंख्या 33-34 फीसदी है।
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