बीजेपी विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने ट्वीट (tweet) (Babulal Marandi) ) कर झारखण्ड की नौकरशाही (Bureaucracy) पर निशाना साधते हुए कहा है कि हवा का रुख पहचानिए, लंका दहन की बेला निकट आ पहुंची है.
‘चंद लोगों के गलत कार्यों से सब बदनाम होते हैं’
बाबूलाल मरांडी(Babulal Marandi) ने एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर जारी की है. इस चिट्ठी में उन्होंने लिखा है- ”मैं बार-बार बोल रहा हूं कि झारखंड के अधिकांश अधिकारी अच्छे हैं, सिर्फ चंद अफसर, जिनकी संख्या उंगली पर गिनने लायक है, उनकी वजह से पूरी ब्यूरोक्रेसी को बदनाम नहीं किया जा सकता, वैसे अफसरों को भी अपना ठंडे दिमाग से सोचना चाहिए, किसी अपराधी को बचाने के लिए आप किस हद तक जा सकते हैं?” उन्होंने कहा है कि प्रशासन से जुड़े अधिकांश अधिकारी ईमानदारी से काम करते हैं लेकिन चंद लोगों के गलत कार्यों से सब बदनाम होते हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ईमानदार और मेहनती अधिकारियों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई सुनिश्चित होनी चाहिए.
झारखंड में छोटे-बड़े अच्छे पुलिस/प्रशासनिक कर्मियों/अधिकारियों की कमी नहीं है।बदनामी तो सिर्फ़ अंगुलियों पर गिने जा सकने वालों चंद लोगों की वजह से हो रही है।
सरकार अच्छे व मेहनती लोगों को प्रोत्साहित करे और जिनकी वजह से राज्य की बदनामी हो रही है उन्हें अपने स्तर से भी दंडित करे pic.twitter.com/u6d09w5ifM
— Babulal Marandi (@yourBabulal) December 7, 2022
बाबूलाल मरांडी ने लिखा है कि अफसरों को भी ठंडे दिमाग से सोचना चाहिए, किसी अपराधी को बचने के लिए आप किस हद तक जा सकते हैं? उन्होंने अधिकारियों को आगाह करते हुए कहा कि आप खुद तो जाएंगे ही, पूरी नौकरशाही आपके दामन पर लगे दाग के कारण बदनाम होगी। उन्होंने कहा कि भगवान के घर देर है अंधेर नहीं, एक दिन आपका भी नंबर आएगा. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कई अधिकारी अनौपचारिक बातचीत में बताते हैं कि वे खुद परेशान हैं. इज्जत बचाना मुश्किल हो रहा है. चंद लोगों ने अपनी हद पार कर दी है.
‘सरकारें आएगी और जाएगी…’
बाबूलाल मरांडी ने अपने नोट में यह भी लिखा है कि सरकारें आएगी और जाएगी. कोई भी हमेशा के लिए पद पर नहीं बना रह सकता. लेकिन जनता ऐसे कलंक लगाने वाले लोगों को माफ नहीं करती. कानून तो अपना काम करेगा ही. अहं इंसान का सबसे बड़ा शत्रु है. झारखंड के भ्रष्टाचारियों को अब भी लगता है कि उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा. इसी अहंकार ने बड़े-बड़ों का नाश किया है. गैंग्स ऑफ साहिबगंज के चूहे जहाज छोड़कर इधर-उधर भाग रहे है. क्योंकि उन्हें पता है कि जहाज का कैप्टन खुद तो डूबेगा ही, उन्हें भी डुबाएगा.
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