भारत के 90% मुस्लिम कन्वर्टेड मुसलमान है. ये सब दलित है जो ब्राह्मणवादी नीति के कारण छुआछूत में फंस कर मुसलमान बन गए हैं. कुछ मुसलमान तो वहीं कुछ लोग बौद्धिस्ट बन गए हैं. कोई मुसलमान अफगान से नहीं आया है. उपरोक्त बातें मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Chaudhary) ने अपने नालंदा दौरे पर कहीं.
क्यों मचा है घमासान
दरअसल बिहार सरकार ने रमजान में सरकारी मुस्लिम कर्मचारियों को विशेष छूट देने का आदेश निर्गत कर दिया है. बीजेपी का आरोप है कि नीतीश की सरकार PFI के एजेंडे पर काम कर रही है. बीजेपी ने इस आदेश को रद्द करने की मांग की है.अब ये मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मंत्री अशोक चौधरी(Ashok Chaudhary) के इस बयान ने एक नए बहस को जन्म दे दिया है. वही भाजपा का कहना है कि अगर यह प्रावधान खत्म नहीं कर सकते तो नवरात्र में भी व्रतियों के लिए ऐसी ही व्यवस्था क्यों नहीं देते?
“ये प्रावधान कोई नया नहीं”
मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Chaudhary) बीजेपी के लगाए गए आरोपों पर कहा कि हमने ये प्रावधान कोई नया नहीं लगाया है. यह प्रावधान पहले से ही है. बीजेपी हर मुद्दे पर सिर्फ हिन्दू मुसलमान का ही एंगल ढूंढती रहती है. बार-बार मुस्लिम-मुस्लिम करती रहती है. मुस्लिम कौन है? ये कोई अमेरिका से आए हुए मुसलमान नहीं हैं, नब्बे फीसदी ये सभी कनवर्टेड हैं जो कि छुआछूत और ब्रह्मणवादी व्यवस्था के चलते तंग आकर मुसलमान बन गए थे. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हिन्दू-मुस्लिम के लिए कुछ न कुछ बोलती रहती है.इन सभी मुसलामानों को आपने ब्राह्मणवादी व्यवस्था और छुआछूत में फंसा दिया तभी तो ये दलित से मुसलमान बन गए. भारतीय जनता पार्टी के लोग सिर्फ हवा बनाते रहते हैं.
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