नेपाल में एक बार फिर राजनीतिक उलटफेर हुआ है। पुष्प कमल दाहाल प्रचंड सरकार नेपाल में अपना बहुमत खो चुकी है और भारत के घोर विरोधी केपी ओली ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। ताजा राजनीतिक घटनाक्रम में शुक्रवार देर रात केपी शर्मा ओली ने राष्ट्रपति कार्यालय पहुंच कर राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल के समक्ष सरकार गठन करने का दावा पेश किया। राष्ट्रपति कार्यालय के बयान में तीन दिन के भीतर नई सरकार के गठन का आह्वान किया गया है। ओली नेपाली कांग्रेस के समर्थन पत्र सहित पार्टी के अध्यक्ष शेर बहादुर देउवा के साथ राष्ट्रपति से मिले। केपी शर्मा ओली को नेपाली कांग्रेस के अलावा कई छोटे दलों का भी समर्थन मिला है। 275 सदस्यों वाली प्रतिनिधि सभा में नेपाली कांग्रेस के 89 और एमाले के 78 सांसद के साथ ही बहुमत का आंकड़ा हालिल हो जा रहा है। ओली को राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के 14, जसपा के 12, जनमत के 6, लोसपा के 4 , उन्मुक्ति पार्टी के 4 सांसदों का भी समर्थन हासिल है।
बता दें कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ संसद में विश्वास मत हासिल नहीं कर पाये। इस तरह विश्वास मत खोकर प्रचंड 18 माह बाद सत्ता से बाहर हो गए हैं। प्रधानमंत्री प्रचंड ने प्रतिनिधि सभा में अपना विश्वास हासिल करने के लिए प्रस्ताव रखा था। विश्वास मत के पक्ष में सिर्फ 63 सांसदों ने मतदान किया, जबकि विश्वास मत के विरोध में 194 सांसदों ने वोट डाला।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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