भारतीय परम्परा को ही आगे बढ़ा रहे अनंत अंबानी, धीरेन्द्र शास्त्री भी पदयात्रा में आये साथ

पदयात्रा ईश्वर से जुड़ने का सशक्त आध्यात्मिक तरीका

आपने कई यात्राओं को बारे में सुना होगा। आज के समय में राजनीतिक यात्राएं खूब होती है। इन यात्राओं का एक उद्देश्य होता है। मगर इन दिनों देश के सबसे बड़े व्यावसायिक घराने के राजकुमार अनन्त अंबानी भी एक यात्रा पर निकले हैं। इनकी यह यात्रा विशुद्ध धार्मिक है। इस यात्रा का उद्देश्य कुछ ऐसा हासिल करना नहीं है, जो स्वार्थ की श्रेणी में आता हो। अनंत अंबानी की इस यात्रा में तो अब बाबा बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री भी शामिल हो गये हैं।

रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के निदेशक अनंत अंबानी गुजरात के जामनगर से भगवान कृष्ण की नगरी द्वारका तक पैदल निकले हुए है। 29 मार्च को 170 किलोमीटर की पदयात्रा में प्रतिदिन लगभग 20 किलोमीटर की दूरी तय कर रहे हैं। यह यात्रा भारतीय धार्मिक परंपरा का हिस्सा है और अनंत अंबानी की आस्था और संकल्प को दिखाती है। उनकी यह यात्रा 8 अप्रैल को समाप्त होगी, जो उनकी 30वें जन्मदिन से एक दिन पहले है। बता दें कि द्वारका, भारत के सबसे पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है।

अनन्त इस यात्रा में हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और देवी स्तोत्र का जाप कर रहे हैं। यात्रा के दौरान उन्हें स्थानीय लोगों से बहुत सम्मान और आशीर्वाद मिला है। कई लोग उनके साथ कुछ हिस्सा यात्रा का चलने आए और उन्होंने द्वारकाधीश के चित्र भेंट किए।

अंबानी की यह यात्रा शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि उन्हें कशिंग्स सिंड्रोम (एक दुर्लभ हार्मोनल विकार), मोटापा, अस्थमा और फेफड़े की गंभीर बीमारी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बावजूद इसके, उन्होंने इस यात्रा को पूरा करने का संकल्प लिया है। उनका यह कदम सिर्फ धार्मिक यात्रा नहीं है, बल्कि एक प्रेरणादायक उदाहरण भी है कि संकल्प और आस्था के साथ किसी भी कठिनाई को पार किया जा सकता है।

अनंत अंबानी का धार्मिक जीवन हमेशा से ही चर्चाओं में रहा है। वे नियमित रूप से भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों का दौरा करते हैं, जैसे बद्रीनाथ, केदारनाथ, कामाख्या, नाथद्वारा और कालीघाट. इसके अलावा, वे इन धार्मिक स्थलों पर दान भी करते हैं।

अनंत अंबानी की यह यात्रा उनके धार्मिक विश्वास और व्यावसायिक सफलता को संतुलित करने की क्षमता को दर्शाती है। यह यात्रा न केवल उनकी आध्यात्मिक प्रतिबद्धता का प्रतीक है, बल्कि उनके संकल्प और संघर्ष की कहानी भी है।

हमारे देश में पदयात्रा करना एक बेहद ही पुरानी परंपरा रही है, जो ईश्वर से जुड़ने का एक आध्यात्मिक तरीका माना जाता है। इसी परंपरा को निभाते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के निदेशक अनंत अंबानी ने भी एक ऐसी ही धार्मिक यात्रा शुरू की है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के निदेशक अनंत अंबानी को उनकी इस यात्रा के दौरान स्थानीय लोगों का बहुत सम्मान मिल रहा है। कई लोग उनके साथ कुछ दूरी तक पैदल चले, कुछ ने भगवान द्वारकाधीश की तस्वीरें दीं और कुछ लोग अपने घोड़े लेकर फोटो खिंचवाने भी आए।

अपनी यात्रा के बीच में दयालुता दिखाकर चर्चाओं में अनन्त

अनंत अंबानी जब अपनी पदयात्रा रहे थे तब उन्होंने रास्ते में एक ट्रक में मुर्गियों को ले जाते देखा तो उन मुर्गियों को देखकर उन्हें दया आ गयी। उन्होंने सभी मुर्गियों को उसके मालिक से दोगुनी कीमत पर खरीद ली और उन्हें आजाद कर दिया। अंतत अंबानी के इस कार्य की कई लोग सराहना कर रहे हैं, कई लोग इसे बेतुका भी बता रहे हैं। लेकिन जो लोग इसे बेतुका बता रहे हैं, उन्हें एक बात याद रखना होगा, कि जामनगर में इन्हीं अनंत अंबानी ने ही वनतारा नाम को जो प्रोजेक्ट शुरू किया है उसमें दुनियाभर के अनेकों पशुओं और पक्षियों को संरक्षित किया जाता है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस वनतारा का भ्रमण किया था।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

यह भी पढ़ें: रामनवमी पर तीन दिन बदली रहेगी रांची की ट्रैफिक व्यवस्था, कई रूट पर वाहनों की रहेगी नौ एंट्री