Amritpal Singh Arrest: पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने खालिस्तान (Khalistan) समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के अरेस्ट होने पर बड़ा खुलासा किया है. पंजाब पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से बताया है कि अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, अमृतपाल के सरेंडर के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने अमृतपाल को आज सुबह करीब 6 बजकर 45 मिनट पर अरेस्ट किया गया.(Amritpal Singh Arrested) अमृतपाल सिंह को विशेष विमान से असम के लिए रवाना कर दिया गया है. उसे डिब्रूगढ़ जेल में रखा जाएगा.इससे पहले उसके कई करीबी साथियों को भी डिब्रूगढ़ जेल में ही रखा गया है. पंजाब पुलिस ने शांति बनाए रखने की अपील की है. रिपोर्ट के मुताबिक, सरेंडर से ठीक पहले अमृतपाल ने गुरुद्वारे में लोगों को संबोधित भी किया.
आईजीपी सुखचैन सिंह गिल के मुताबिक पंजाब में कानून-व्यवस्था, सांप्रदायिक सौहार्द्र बना हुआ है और किसी भी तरह की अप्रिय घटना की कोई आशंका नहीं है. अमृतपाल सिंह के खिलाफ NSA के वारंट जारी हुए थे जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी NSA के अधीन हुई है. इस पूरे ऑपरेशन के दौरान पंजाब के लोगों ने शांति, कानून व्यवस्था बनाए रखी जिसके लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं.
उन्होंने कहा कि हमारे पास खास जानकारी थी जिसमें हमको पता था कि वह रोड़े गांव के गुरुद्वारे में मौजूद है. हमने गुरुद्वारा साहिब की मर्यादा को रखते हुए उसको गिरफ्तार किया. उसको गिरफ्तार करने के बाद उसे असम की डिब्रूगढ़ रवाना कर दिया गया है.
कौन है अमृतपाल
अमृतपाल 2012 से दुबई में रह रहा था. किसान बिलों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के दौरान वह दुबई से भारत आ गया था. भारत लौट कर वह ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का सदस्य बन गया. इस संगठन की शुरुआत पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू ने की थी. दीप सिद्धू पर 26 जनवरी, 2021 को लाल किले पर खलिस्तानी झंडा फहराने की कोशिश करने का आरोप लगा था. इसी आरोप में उसे गिरफ्तार भी किया गया था. इस गिरफ्तारी के बाद ही दीप सिद्धू ने ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन की स्थापना की थी. साल 2022 में एक सड़क दुर्घटना में दीप सिद्धू की मौत के बाद अमृतपाल सिंह ने खुद को वारिस पंजाब दे का प्रमुख घोषित कर दिया था.
ये थे आरोप
अमृतपाल सिंह के सहयोगियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद होने के बाद उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत ताजा मामला दर्ज किया गया है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और विदेशों में स्थित कुछ आतंकवादी समूहों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए हुए हैं. खालिस्तानी नेता को यूके स्थित खालिस्तानी आतंकवादी अवतार सिंह खांडा का करीबी माना जाता है. वह कथित तौर पर ड्रग्स की तस्करी से भी जुड़ा हुआ था. उसपर आरोप है कि वह युवाओं की एक निजी मिलिशिया बना रहा था, जिसका इस्तेमाल हिंसक विरोध प्रदर्शनों के लिए किया जा रहा था. आरोप है कि अमृतपाल कथित तौर पर नशामुक्ति केंद्रों का इस्तेमाल अवैध रूप से प्राप्त हथियारों को जमा करने के लिए भी कर रहा था.
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