झारखंड की अक्षिता खत्री ने Horse Riding में जीता Silver Medal, राज्य का बढ़ाया मान

लोहरदगा: झारखंड सरकार की खेल नीति का लाभ राज्यवासियों को मिलने लगा है। सरकार के द्वारा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के साथ साथ मंच भी प्रदान किया जा रहा है। जिसकी वजह से राज्य की बेटियां लगातार झारखंड का नाम रौशन कर रही है। लोहरदगा शहरी क्षेत्र के सरना टोली निवासी रविंद्र कुमार खत्री और श्रीमती तुलिका की बेटी अक्षिता खत्री ने कम उम्र में अपने आत्मविश्वास से झारखंड को पहली बार हॉर्स राइडिंग में मेडल दिलाने का काम किया। वर्तमान समय में अक्षिता खत्री रांची के एक निजी विधालय टॉरियन वर्ल्ड स्कूल में नौवीं की छात्रा है। अक्षिता खत्री ने 11 वर्ष की उम्र से ही हॉर्स राइडिंग के सपने को पुरा करने में जुट गई। अपनी इच्छा शक्ति की वज़ह से ही अक्षिता ने 2025 में नेशनल इक्वेस्ट्रियन चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल प्राप्त करने वाली झारखंड स्टेट की पहली बेटी बनी है। बेटी की सफलता के बाद माता पिता सहित परिवार के तमाम सदस्यों में खुशी की लहर दिखाई पड़ रही है। अक्षिता खत्री ने पहली बार 2023 में स्कूल में आयोजित चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया था। इसके बाद 2024 में विधालय स्तर पर गोल्ड और शील्ड हासिल किया। 2024 में ही जोधपुर में 40 किलोमीटर क्वालिफिकेशन में भाग लिया और सफलता प्राप्त की। 2025 में आयोजित नेशनल इक्वेस्ट्रियन चैम्पियनशिप में टीम में सिल्वर और इंडिविजुअल में चौथा स्थान रोजेट हासिल किया। अक्षिता खत्री के पिता रविन्द्र कुमार खत्री का कहना है कि पहली बार किसी बेटी को यह मेडल झारखंड राज्य में प्राप्त हुआ है। जो इनके लिए गौरव की बात है। रविन्द्र कुमार खत्री दो भाईयों में तीन बेटियां हैं। और तीनों में प्रतिभा की कमी नहीं है। लोहरदगा डीसी डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण और डीडीसी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने अक्षिता खत्री को प्रोत्साहित किया है।

लोहरदगा से गौतम लेनिन की रिपोर्ट