दुआओं के भरोसे पाकिस्तान! भारत से महामुकाबला जीतने के लिए जुमे की नमाज के बाद मांगी गयी दुआ!

चैम्पियन्स ट्रॉफी में पाकिस्तान को भारत ही नहीं, दूसरी टीमों से जीत के लिए दुआओं की जरूरत पड़ गयी है। सबको पता है कि 23 फरवरी को दुबई के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान का महामुकाबला होने वाला है। भारत जहां अपना पहला मैच बांग्लादेश से 6 विकेट से जीत कर बुलंद हौसलों के साथ मैदान पर उतरेगी। वहीं, पाकिस्तान के हौसले न्यूजीलैंड से 60 रनों की हार के बाद पस्त है। वैसे कोई भी टूर्नामेंट हो, उसमें पाकिस्तान जीते या ना जीते, लेकिन वह भारत से किसी सूरत में हारना नहीं चाहता। इसलिए जब भी भारत से कोई भी मैच होता है, पाकिस्तान के क्रिकेट फैन्स हाथ उठाकर खुदा से यही दुआ मांगते हैं कि उनकी टीम भारत को हरा दे। भारत और पाकिस्तान का मुकाबला रविवार को दुबई में होने वाला है और शुक्रवार यानी जुमा है। जुमे की नमाज में पाकिस्तान की जीत और भारत की हार की हर पाकिस्तानी ने दुआ मांग ली है।

दुआओं में असर होता है, इससे इनकार नहीं किया जा सकता। लेकिन ‘जंग’ सिर्फ दुआओं के सहारे नहीं लड़ी जाती। मंजिल पाने के लिए तकदीर जरूरी है तो वहां तक पहुंचने लिए तदवीर उससे ज्यादा जरूरी है। ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान ने कभी भारत को नहीं हराया है। या भारत पाकिस्तान से नहीं हारा है। पर यह हमेशा याद रखना चाहिए कि जंग वही जीतना है जिसकी बाजुओ में दम हो। आज के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के ‘बाजुओं के जोर’ की चर्चा है। रविवार को तो यह पता चल ही जायेगा कि किसने जीती बाजी और कौन हारा।

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के नहीं चल रहे अच्छे दिन!

सिर्फ आज ही नहीं, पिछले कुछ वर्षों से पाकिस्तान क्रिकेट टीम के दिन अच्छे नहीं चल रहे। एक तो बड़ी मुश्किल से चैम्पियन्स ट्रॉफी की मेजबानी बचा पाया है। अपनी मेजबानी में पहला मैच खेला भी तो न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद पाकिस्तान को दोहरा झटका भी लग गया है। यह झटका आईसीसी ने दिया है। धीमी ओवर गति बनाये रखने के लिए मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। पाकिस्तान के कप्तान मोहम्मद रिजवान ने धीमी गति से गेंदबाजी करने का अपराध स्वीकार भी किया।

बता दें कि खिलाड़ियों और खिलाड़ियों के सहयोगी स्टाफ के लिए आईसीसी आचार संहिता के न्यूनतम ओवर गति से जुड़े अपराधों के संबंधित नियम 2.22 के अनुसार खिलाड़ियों पर निर्धारित समय में प्रत्येक ओवर कम फेंकने के लिए उनकी मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है।

अब पाकिस्तान के सामने सबसे बड़ा संकट है खुद को प्रतियोगिता में बनाये रखना और अपनी इज्जत को बचाए रखना। पाकिस्तान रविवार को दुबई में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी भारत से हार जाता है तो उसकी टूर्नामेंट से विदाई तय है। यानी डिफेंडिंग चैम्पियन की लीग खत्म होने से पहले ही विदाई हो जायेगी। वैसे इस हार के बाद भी पाकिस्तान के टूर्नामेंट में बचे रहने की जो सूरत है, उसका गणित इतना पेंचीदा है, पाकिस्तानी समर्थक भी उसकी उम्मीद छोड़ देंगे। जैसे- बांग्लादेश न्यूजीलैंड को हरा दे, भारत बांग्लादेश और न्यूजीलैंड को हरा दे, फिर पाकिस्तान बांग्लादेश को हरा दे। उसके बाद एक-एक मैच जीतने वाली टीमों में बेहतर रन रेट से सेमीफाइल की दूसरी टीम का फैसला हो। लेकिन लगता नहीं है कि इस कल्कुलेशन की जरूर पड़ेगी। क्योंकि न्यूजीलैंड जैसी संतुलित टीम को बांग्लादेश हरा दे, ऐसा लगता नहीं है। खैर, यह क्रिकेट है, यहां कुछ भी सम्भव है।

अभी तक को जो समीकरण बन रहा है उसमें ग्रुप एक से भारत और न्यूजीलैंड के सेमीफाइनल में पहुंचने की सम्भावनाएं प्रबल है। आज से ग्रुप का मैच भी शुरू हो रहा है। आज अफगानिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के बीच मैच होगा। ग्रुप बी में अन्य टीमें ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड है। इस ग्रुप से बात करें तो सेमीफाइनल में पहुंचने की ज्यादा सम्भावना आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की लग रही हैं।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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