कोरोना संकट के बाद HMPV का कहर, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया एडवाइजरी, इन चीजों का रखना होगा ध्यान

hmpv chatra news, hmpv,hmpv virus,hmpv virus china,hmpv virus news,hmpv virus symptoms,hmpv china,china hmpv virus,virus hmpv,hmpv virus india,china virus hmpv,hmpv virus in india,hmpv symptoms,hmpv virus china news,hmpv virus 2025,hmpv virus 2024,hmpv virus latest news,hmpv cases,virus hmpv china,what is hmpv virus,hmpv outbreak,china hmpv news,hmpv virus cases,china hmpv,india hmpv,hmpv india,hmpv cases in india,china hmpv outbreak

चतरा : भारत के चार राज्यों में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) के मामलों की पुष्टि के बाद झारखंड में भी स्वास्थ्य विभाग ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने बताया कि राज्य सरकार HMPV से जुड़ी सभी जानकारियों पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को संभावित परिस्थितियों का आकलन करने और पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अभी तक केंद्र सरकार से इस संबंध में कोई गाइडलाइन्स नहीं मिली हैं। जैसे ही केंद्र की गाइडलाइन्स आती हैं, आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। वहीं दूसरी ओर देश मे कोरोना संकट के बाद आए HMVP के कहर को देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह ने सभी जिलों के सिविल सर्जनों, मेडिकल कॉलेजों और अन्य संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के मापदंडों के आधार पर एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है।

अस्पतालों में विशेष तैयारियां

राज्य के सभी अस्पतालों में एहतियातन अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की जा रही है। ऑक्सीजन सप्लाई की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि विकट परिस्थितियों में वायरस के खतरों से होने वाले जानमाल के नुकसान से लोगों को बचाया जा सके।

स्वास्थ्य विभाग की अपील..!

भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क का अनिवार्य प्रयोग करें । नियमित रूप से सेनेटाइजर का उपयोग करें और हाथों की स्वच्छता बनाए रखें। अनावश्यक रूप से भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। पैनिक न करें, क्योंकि यह वायरस नया नहीं है और सर्दियों में इस तरह के मामले पहले भी देखे गए हैं।

HMPV संक्रमण के लक्षण

माइक्रोबायोलॉजिस्टों के अनुसार HMPV के लक्षण कोविड-19 से मिलते-जुलते हैं। खांसी, सर्दी, बुखार, गले में खराश, कमजोरी। संक्रमित व्यक्ति आमतौर पर 3 से 5 दिनों में ठीक हो जाते हैं।

जांच और अन्य तैयारियां

रांची स्थित रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि फिलहाल रिम्स में HMPV की जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है। हालांकि, जांच किट मंगाने के लिए एनआईवी पुणे को पत्र भेजा गया है। जमशेदपुर के महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भी HMPV की जांच शुरू करने की तैयारी की जा रही है।

सरकार का आश्वासन

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. ईरफान अंसारी ने जनता को आश्वस्त करते हुए कहा, “HMPV जानलेवा नहीं है, लेकिन सतर्कता बरतना जरूरी है। राज्य सरकार के पास सभी आवश्यक व्यवस्थाएं हैं। हम नागरिकों के स्वास्थ्य और कल्याण की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। विशेष रूप से 5 वर्ष से कम और 70 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।” उन्होंने बताया कि रिम्स में मशीन उपलब्ध है, और किट के पहुंचने के बाद जल्द ही जांच प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

निष्कर्ष

HMPV संक्रमण को लेकर झारखंड सरकार पूरी तरह से सतर्क है। जनता को सलाह दी जाती है कि वे गाइडलाइन्स का पालन करें और घबराने के बजाय सतर्कता बरतें। सरकार की सक्रियता और तैयारियां राज्य को इस चुनौती से प्रभावी ढंग से निपटने में मदद करेंगी।

इसे भी पढें: देवघर बाबाधाम में ऑनलाइन पूजा के नाम पर 4.64 करोड़ की ठगी, जानिए कैसे हुआ खुलासा