क्या वाकई कांग्रेस सनातन विरोधी पार्टी बन गयी है? क्योंकि इस सवाल को लेकर कुछ अर्से में कांग्रेस के कुछ नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया। अब यही सवाल उठाते हुए कांग्रेस के पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने उसका साथ छोड़ते हुए भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। गौरव वल्लभ ने कांग्रेस आज ही पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। गौरव वल्लभ के अलावा बिहार कांग्रेस के एक और बड़े नेता और पूर्व पार्टी अध्यक्ष अनिल शर्मा भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये। दोनों नेताओं को बीजेपी मुख्यालय में विनोद तावड़े ने पार्टी की सदस्यता दिलाई।
गौरव वल्लभ ने कांग्रेस पर लगाया आरोप।
गौरव वल्लभ ने कांग्रेस पर सनातन विरोधी होने का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दिया था। उन्होंने कहा कि वह सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकते। गौरव वल्लभ ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को जो इस्तीफा भेजा है, उसे सोशल मीडिया पर भी शेयर किया। उन्होंने कहा पार्टी पर दिशाहीन होकर आगे बढ़ने का भी आरोप लगाया। वल्लभ ने कहा, ‘मैं न तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और न ही सुबह शाम वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता हूं. इसलिए पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं’।
वल्लभ ने यह भी कहा कि मैं जन्म से हिंदू और कर्म से शिक्षक हूं। पार्टी व इंडी गठबंधन से जुड़े कई लोग सनातन धर्म के खिलाफ बोलते हैं और उस पर पार्टी चुप रहती है। उन्होंने कहा कि एक तरफ हम जाति जनगणना की बात करते हैं, वहीं दूसरी तरफ संपूर्ण हिंदू समाज के विरोधी नजर आ रहे हैं। यही कार्य शैली जनता के बीच यह भ्रामक संदेश दे रही है। यह कांग्रेस के मूलभूत सिद्धांतों के खिलाफ है।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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