झारखंड में बीजेपी ने दुमका लोकसभा सीट से अपने निवर्तमान सांसद सुनील सोरेन को टिकट देने के बाद उनकी जगह सीता सोरेन को उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया है। जामा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार की जेएमएम विधायक रही सीता सोरेन बीजेपी का दामन थामने के बाद गुरुवार को रांची पहुंची। इस मौके सीता सोरेन का बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। वहीं अपने पति दुर्गा सोरेन की मौत के 14 साल बाद सीता सोरेन ने कई सवाल खड़े किए। सीता सोरेन ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन पर भी जमकर निशाना साधा।
दुर्गा सोरेन की मौत की जांच कराने का कई बार आग्रह
सीता सोरेन गुरुवार को रांची पहुंची। वो रांची एयरपोर्ट से सबसे पहले बिरसा चौक पहुंची, जहां अमर शहीद बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद लोवाडीह स्थित दुर्गा सोरेन चौंक पहुंचीं। वहां अपने पति दुर्गा सोरेन की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद हरमू रोड स्थित बीजेपी कार्यालय पहुंची। जहां बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और विधायक दल के नेता अमर कुमार बाउरी समेत अन्य नेताओं ने उनका स्वागत किया। इस दौरान सीता सोरेन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पति दुर्गा सोरेन की मौत कैसे हुई, इसकी जांच कराने का कई बार उन्होंने आग्रह किया।
हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन पर भी कई गंभीर आरोप
सीता सोरेन ने अपने देवर और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन पर भी कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने उनके पति दुर्गा सोरेन की प्रतिमा नहीं लगने दीं। उन्होंने बताया कि जामा मोड़ पर उन्होंने दुर्गा सोरेन की प्रतिमा लगाने को लेकर कई बार हेमंत सोरेन से बातचीत की, लेकिन उन्होंने प्रतिमा लगाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
कल्पना सोरेन ने दुर्गा सोरेन का अपमान किया
सीता सोरेन ने सिर्फ अपने देवर हेमंत सोरेन पर ही निशाना नहीं साधा, बल्कि हाल ही में राजनीति में कदम रखने वाली कल्पना सोरेन पर भी कटाक्ष किया। सीता सोरेन ने बताया कि कल्पना सोरेन ने जब गिरिडीह में जेएमएम स्थापना दिवस पर राजनीति में कदम रखा, तो उस दिन उन्होंने अपने पहले भाषण में कई आंदोलनकारियों का नाम लिया, लेकिन झारखंड आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने और संगठन को खड़ा करने वाले दुर्गा सोरेन का एक बार भी नाम नहीं लेकर उनका अपमान करने की कोशिश की।
परिवार में सम्मान नहीं मिलने के कारण फैसला लेना पड़ा
जेएमएम की पूर्व केंद्रीय महासचिव सीता सोरेन ने कहा कि परिवार में सम्मान नहीं मिलने के कारण पार्टी छोड़ने का फैसला लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि बाबा (शिबू सोरेन) इन दिनों बीमार चल रहे हैं, जिसके कारण परिवार में उनकी उपेक्षा शुरू हो गई थी।