कांग्रेस के लिए झारखंड से एक अच्छी खबर आयी है। देश भर में जहां कांग्रेस छोड़कर दूसरी पार्टियों में शामिल होने की होड़ मची हुई है, वहीं झारखंड की विख्यात समाजसेवी दयामणि बारला ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। दयामणि बारला ने कांग्रेस ज्वाइन करने के साथ यह भी कहा कि अब उनका उद्देश्य कांग्रेस को झारखंड में आगे बढ़ाना है। दयामणि ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर तथा अन्य नेताओं की उपस्थिति में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
दयामणि बारला ने रांची स्थित कांग्रेस भवन मे कांग्रेस का दामन थाम लिया है। दायमणि बारला ने कहा कि पार्टी के लिए निष्ठापूर्वक और निष्पक्ष तरीके से काम करेगी और एक कार्यकर्ता के रूप में कांग्रेस पार्टी को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगी।
बता दें कि आदिवासी परिवार में जन्मी दयामणि झारखंड के मुंडा और अन्य आदिवासी समुदायों की असंख्य समस्याओं के लिए लड़ती रही हैं। वह इंडियन सोशल एक्शन फोरम INSAF की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।
बारला को 2000 में ग्रामीण पत्रकारिता के लिए काउंटर मीडिया अवार्ड और 2004 में नेशनल फाउंडेशन फॉर इंडिया फ़ेलोशिप भी मिल चुका है। 2013 में, वह एक अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन, कल्चरल सर्वाइवल द्वारा स्थापित एलेन एल. लुत्ज़ स्वदेशी अधिकार पुरस्कार भी पा चुकी हैं। बता दें कि 2023 में, वह मैसाचुसेट्स लोवेल विश्वविद्यालय द्वारा ग्रीले पीस स्कॉलर के लिए नामित भी हो चुकी हैं।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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