लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने गुरुवार को बैठक की। बैठक लोकसभा की करीब 150 सीटों के उम्मीदवारों के नामों को फाइनल करने के लिए किया गया। खबरहै कि यह बैठक तड़के साढ़े तीन बजे तक चली। लेकिन लगता है कि सीईसी अभी इस नतीजे पर नहीं पहुंच पायी है कि किन-किन उम्मीदवारों को 2024 के लोकसभा चुनाव में मौका दिया जाये। जैसी खबर आ रही थी कि पहली सूची में करीब 100 से 150 उम्मीदवारों के नाम फाइनल किये जाने थे। सिर्फ भाजपा के उम्मीदवारों की ही सूची नहीं तय करनी थी, बल्कि एनडीए गठबंधन की पार्टियों के साथ सीट बंटवारे का फॉर्मूला भी तय करना था। माना जा रहा है कि भाजपा अपनी पहली सूची दो -तीन दिन में जारी कर सकती है।
भाजपा मुख्यालय में करीब छह घंटे की इस मैराथन बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीयमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष, तरुण चुघ, जी किशन रेड्डी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा का फोकस इस बैठक में उन सीटों था जिसे वह कमजोर और हारी हुई सीट मान रही है। लेकिन भाजपा इन सीटों पर भी अपनी पूरी ताकत झोंकना चाहती है ताकि ज्यादा से ज्यादा सीटें जीती जा सकें। जैसा कि ज्ञात है कि भाजपा ने अपने लिए 370 और एनडीए के लिए 400 सीटों की जीत का लक्ष्य तय किया है और उसी रणनीति पर चल भी रही है। लगता है भाजपा को पहली सूची जारी करने में अभी दो-तीन दिन लग सकते हैं। वैसे भी अभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अभी झारखंड और बिहार के दौरे पर हैं।
इसलिए वह सीटों और उम्मीदवारों के चयन में कोई कोताही नहीं बरतना चाहती। भाजपा की रणनीति में कुछ केन्द्रीय मंत्रियों को भी चुनाव मैदान में उतारना है पहले राज्यसभा के रास्ते केन्द्रीय मंत्री बने हें। इन नामों में भूपेन्द्र यादव, मनसुख मांडविया, धर्मेन्द्र प्रधान आदि शामिल हैं।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
यह भी पढ़ें: Jharkhand: 10 आईएएस अफसरों को मिली प्रोन्नति, अधिसूचना जारी