Fraud in Dhanbad sub-post office: धनबाद डाक प्रमंडल अंतर्गत गोविंदपुर के केके पॉलीटेक्निक उप डाकघर में सरकारी राशि के घोटाला मामले में अब तक हुई जांच में घोटाले की राशि बढ़कर 9 करोड़ 30 लाख पहुंच गई है। बता दें कि डायरेक्टर ऑफ अकाउंट पोस्ट की रिपोर्ट सामने आने के बाद सरकारी राशि गबन का खुलासा हुआ था। घोटाले की राशि और बढ़ने की संभावना है।
धनबाद जिले में पोस्ट ऑफिस से करोड़ों रुपए के फर्जीवाड़ा (Fraud in Dhanbad sub-post office) का मामला प्रकाश में आया है जिसके बाद वरीय डाक अधीक्षक ने के. के. पॉलिटेक्निक के निकट पोस्ट ऑफिस के उप डाकपाल सुमित कुमार सौरव को हटा दिया है और उनकी आइडी बंद कर दी गयी है। साथ ही पूरे मामले पर जांच कमिटी गठित कर दी गई है. कई कर्मियों का तबादला भी कर दिया गया है.
बता दें कि गोविंदपुर के केके पॉलिटेक्निक पोस्ट ऑफिस से 10 करोड़ रुपये से अधिक के सरकारी फंड में गड़बड़ी का मामला (Fraud in Dhanbad sub-post office) सामने आया है. डायरेक्टर ऑफ अकाउंट्स पोस्टल (डीएपी) की रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा का खुलासा किया गया है. प्रथमदृष्टया करीब 1.80 करोड़ रुपये मिसिंग हैं. हालांकि जांच के पश्चात यह राशि 10 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है. डीएपी के निर्देश पर धनबाद के वरीय डाक अधीक्षक उत्तम सिंह ने कमेटी गठित कर मामले की विभागीय जांच शुरू कर दी है जांच कमिटी में इंस्पेक्टर रंजन सहित अन्य शामिल हैं,हालांकि दबाव बनाने पर तत्कालीन पोस्टमाटर ने 20 लाख रुपये जमा करवा दिए हैं.
बता दे कि, के.के पॉलिटेक्निक पोस्ट ऑफिस में अगस्त 2022 से ही फर्जीवाड़ा चल रहा था.(Fraud in Dhanbad sub-post office) डीएपी ने करीब 8-9 खाते पकड़े हैं, जिसमें अवैध तरीके से सरकारी फंड की राशि जमा व निकासी की जा रही थी. इसमें 3-4 खाता धनबाद प्रधान डाकघर में काम करने वाले आउटसोर्स कर्मियों के बताये जा रहे हैं. सूचना के मुताबिक, गड़बड़झाला का मामला सामने आने के बाद सभी फरार हैं. बताया जाता है कि पोस्टमास्टर अपने चुनिंदा खातों में राशि जमा कर उसे चेक में दिखा देता था, ताकि राशि ट्रेजरी में जमा नहीं करनी पड़े. साथ ही, राशि को बैलेंस करने के लिए कैश को चेक में कन्वर्ट कर दिया जा रहा था. इसके बाद उक्त राशि को एक खाते से दूसरे खाते व दूसरे खाते से तीसरे खाते में ट्रांसफर कर उसकी अवैध निकासी का खेल चल रहा था.
धनबाद से कुंदन सिंह की रिपोर्ट
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