राहुल गांधी के महाराष्ट्र पहुंचने से पहले बहुत बड़ा खेला हो गया। जैसे-जैसे राहुल गांधी की न्याय यात्रा अपने गंतव्य की ओर बढ़ रही है, वैसे-वैसे एक के बाद एक राज्यों में कांग्रेस झटके लग रहे हैं या कहें इंडी गठबंधन के लिए कोई न कोई बुरी खबरें आ रही हैं। उसी कड़ी में सोमवार को कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। कांग्रेस को झटके लगने की शुरुआत बिहार से हुई थी जहां नीतीश कुमारन ने इंडी गठबंधन ने नातो तोड़कर राजग का हाथ थाम लिया है। बिहार में कांग्रेस वहां के लिए लोकसभा चुनाव के सपने बुन ही रही थी, वहां खेला हो गया और वहां सरकार ही बदल गयी। सोमवार को तो नीतीश कुमार ने विश्वास मत हासिल कर अपनी सरकार पक्की भी कर ली। राहुल का यात्रा झारखंड में पहुंचे, उससे पहले तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन की ईडी के हाथों गिरफ्तारी हो गयी। राहुल गांधी की न्याय यात्रा में दिल्ली और महाराष्ट्र भी पहुंचनी है। मगर यात्रा के दिल्ली पहुंचने से पहले ही कांग्रेस को जोरदार झटका लग गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की आप ने पंजाब और चंडीगढ़ में अपने प्रत्याशियों को उतारने का ऐलान कर दिया है। और अब तो महाराष्ट्र से भी कांग्रेस के लिए बुरी खबर आ चुकी है। महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर पार्टी को बहुत बड़ा झटका दिया है।
कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण का पार्टी छोड़ना बड़ा झटका है। अशोक चव्हाण नांदेड से कांग्रेस के विधायक हैं और वह पिछले काफी दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे थे। खबर है कि वह बीजेपी का दामन थाम सकते हैं और बीजेपी उन्हें राज्यसभा की सीट दे सकती है। खबर तो यह भी है कि कांग्रेस के 10-12 विधायक भी चव्हाण के संपर्क में हैं और पाला बदल सकते हैं। बता दें कि जिस दिन राहुल गांधी ने मणिपुर से अपनी यात्रा की शुरुआत की थी, महाराष्ट्र में धुर कांग्रेसी नेता और पूर्व मंत्री रहे बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस से अपना 48 साल पुराना नाता तोड़ लिया था। लगता है, भारत जोड़ो न्याय यात्रा के मार्ग में आने वाले राज्यों में कांग्रेस को अब नये सिरे से रणनीति तैयार करनी होगी।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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