Jharkhand: हेमंत सोरेन प्रकरण में एक-एक तार जोड़ रहा ED, कई सवालों के जवाब ढूंढ रहा ईडी

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जमीन फर्जीवाड़े में  प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जद में आने के बाद उनसे लगातार पूछताछ जारी है। ईडी को पहले पांच दिनों की रिमांड के बाद दूसरी बार भी पांच दिनों की रिमांड मिली हुई है। रिमांड की इस अवधि में ईडी ताबड़तोड़ पूछताछ के साथ इस केस से जुड़े लोगों को भी बुलाकर पूछताछ कर रहा है। बड़गाई के हलका कर्मचारी भानु प्रताप प्रसाद, आर्किटेक्ट बिनोद सिंह, पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक सिन्हा उर्फ पिंटू, साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव और अब राज्यसभा सांसद धीरज साहु को ईडी कार्यालय बुलाकर, उनसे पूछताछ कर जांच एजेंसी जमीन घोटाला समेत मनी लॉन्ड्रिंग के अन्य मामलों को भी खंगालने और एक-एक तार को जोड़ने में लगी हुई है।

शनिवार को आर्किटेक्ट विनोद सिंह, साहेबगंज डीसी रामनिवास यादव और सांसद धीरज साहू ईडी ऑफिस पहुंचे हैं। उनसे जांच एजेंसी पूछताछ करने में लगी हुई है। रिमांड की अवधि धीरे-धीरे खत्म हो रही है, इसलिए ईडी की टीम हर एंगल पर ताबड़तोड़ पूछताछ कर रही है।

आर्किटेक्ट बिनोद सिंह

ईडी के पूछताछ की जद में आर्किटेक्ट विनोद सिंह पहले से ही हैं। बता दें कि ईडी ने उन्हें समन भेज कर 9 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था। उस दिन भी ईडी के अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की थी। सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान विनोद सिंह से उनकी और उनके पारिवारिक सदस्यों की आमदनी और संपत्ति के बारे में जांच पड़ताल तो की ही, उनके मोबाइल से निकाले गये व्हाट्सऐप मैसेज से भी फर्जीवाड़ों के तार जोड़ने में लगा हुआ है। विनोद सिंह ने व्हाट्सऐप मैसेज से जुड़े कुछ सवालों के जवाब दिये. जबकि कुछ को टालने की कोशिश की। खबर है कि व्हाट्सऐप उन्हीं का है, यह बात विनोद सिंह ने स्वीकार की है।

राज्यसभा सांसद धीरज साहू

प्रवर्तन निदेशालय ने राज्यसभा सांसद धीरज साहू को भी पूछताछ के लिए शनिवार को कार्यालय बुलाया है। ईडी के समय पर धीरज साहू ईडी कार्यालय पहुंचे भी हैं और उनसे पूछताछ जारी भी है। दरअसल, 29 जनवरी को दिल्ली स्थित मुख्यमंत्री आवास से एक BMW कार जब्त की गयी थी। इसी के संबंध में सांसद से पूछताछ हो रही है। ईडी ने कोलकाता में प्रेमनाथ अग्रवाल के घर पर छापामारी के दौरान मिली जानकारी के बाद गुरुग्राम स्थित एक आलीशान फ्लैट पर छापा मारा था। अग्रवाल ने इसे अपना कार्यालय बताया था। जबकि वहां मौजूद केयर टेकर ने फ्लैट को सांसद धीरज साहू का बताया था। अग्रवाल के बेटे योगेश ने दिल्ली से कार जब्त होने के बाद एक व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया था। इस व्हाट्सऐप ग्रुप से मिली जानकारी और गुरुग्राम स्थित फ्लैट से जब्त दस्तावेज के मद्देनजर ईडी ने सांसद को समन जारी किया गया।

साहिबगंज डीसी राम निवास यादव

मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों खासकर अवैध पत्थर खनन मामले में 3 जनवरी को छापेमारी के दौरान ईडी को डीसी रामनिवास यादव के ठिकाने से 21 कारतूस, पांच खोखे के अलावा 7.25 लाख नकद मिले थे। सामान की बरामदगी के बाद डीसी रामनिवास यादव को दो बार समन भी जा चुका है, लेकिन वह ईडी कार्यालय पर उपस्थित नहीं हुए। डीसी रामनिवास पर आरोप काफी गंभीर हैं। उनपर अवैध पत्थर खनन में ईडी के गवाह को मुकरने के लिए दबाव बनाने, धमकाने, पत्थर कारोबारी मुंगेरी यादव को फंसाने, जेल से छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये लेने सहित कई आरोप हैं।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

यह भी पढ़ें: एक साल में 5 शख्सियतों को भारत रत्न क्यों? देश पूछ रहा सवाल, जबकि 3 को ही देने का