झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा और केन्द्र सरकार पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि वे साबित करें कि उन्होंने घोटाला किया है। अगर घोटाला साबित कर देंगे तो वह न सिर्फ राजनीति छोड़ देंगे, बल्कि झारखंड छोड़ देंगे। जिस जमीन घोटाले में मुझे गिरफ्तार करवाया है, हिम्मत है तो मेरे नाम का पेपर दिखायें। साबित करें की जमीन मेरे नाम पर है।
हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि 31 जनवरी का दिन भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय है, जिसे पूरे देश ने देखा। पहली बार किसी सीएम की गिरफ्तारी हुई है। पहली बार राजभवन से किसी सीएम की गिरफ्तारी हुई। मेरी गिरफ्तारी में राजभवन शामिल है।
हेमंत सोरेन ने कहा कि सही गलत की समझ हर इनसान में है, विपक्ष के पास जितनी समझदारी है, उसकी तुलना में उनकी बौद्धिक क्षमता नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कानून के दायरे में रहते हुए गैरकानूनी कार्य कैसे किया जाता है, यह भाजपा से सीखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सुनियोजित तरीके से उनकी गिरफ्तारी की गयी। उनकी गिरफ्तारी से देश के लोकतंत्र में एक काली अध्याय जुड़ गया। उनकी गिरफ्तारी की तो पटकथा लिखी जा गयी थी।
हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर आदिवासियों को नजरअंदाज करने, उनके खिलाफ साजिश करने, उनसे नफरत करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आखिर उन्हें आदिवासियों से इतनी घृणा क्यों है। ये आगे भी आदिवासियों के साथ ऐसा ही करेंगे। हेमंत सोरेन ने न्यूज चैनल एंकर सुधीर चौधरी का नाम लिए बगैर भई उनकी टिप्पणी पर उनपर आदिवासियों से घृणा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आदिवासी हवाई जहाज में चले, कार में घूमें तो उन्हें परेशानी होती है। वह चाहते हैं कि आदिवासी जंगल में रहें।
हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि हमारी पार्टी और गठबंधन चम्पाई सरकार के साथ है। वे (विपक्ष) चाहे कितने भी कुचक्र कर ले, ये अपने मंसूबों में सफल नहीं होंगे। ये लोग मुझे जेल में भेजकर सोचते हैं कि मुझे हरा देंगे तो ये गलत सोचते हैं। समय आने पर जवाब दिया जायेगा। एक-एक साजिश का जवाब दिया जायेगा। ये नहीं चाहते कि दलित-आदिवासी आगे बढ़ें। मेरे साथ जो कुछ भी हुआ उसके लिए मैं आंसू नहीं बहाऊंगा, वक्त के लिए बचा कर रखूंगा। हमने सिर झुकाकर चलना नहीं सीखा है।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
यह भी पढ़ें: Jharkhand: जस्टिस अरुण कुमार राय बने हाई कोर्ट के न्यायाधीश, एक्टिंग चीफ जस्टिस एस चंद्रशेखर ने दिलाई शपथ