Jharkhand Politics: झारखंड में सियासी उठापटक का दौर थमता नहीं दिख रहा है। जैसा कि पहले से तय माना जा रहा था कि ईडी की पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी हो सकती है। बुधवार देर शाम वैसा ही हुआ। जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी की लंबी पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राजभवन पहुंचकर अपना इस्तीफा दिया, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया। उनकी जगह चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया। जिससे तय हो गया कि वही सूबे के अगले मुख्यमंत्री होंगे। चंपई सोरेन भी देर शाम राज्यपाल से मिलने पहुंचे। जेएमएम-कांग्रेस विधायकों के साथ उन्होंने 43 MLAs के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश किया। हालांकि, राज्यपाल ने इसके लिए समय मांगा है। ऐसे में सूबे का अगले सीएम को लेकर सस्पेंस गहरा गया है। दूसरी ओर, हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर घमासान तेज होने लगा है, आदिवासी संगठनों ने ‘झारखंड बंद’ बुलाया है।
राज्यपाल के फैसले पर नजर
हेमंत सोरेन के सीएम पद से इस्तीफे के बाद जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन की ओर से सरकार बनाने का दावा पेश किया गया। राज्यपाल को 43 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा गया है, हालांकि, सत्तापक्ष का दावा है कि उनके सपोर्ट में 47 विधायक हैं। हालांकि, राज्यपाल ने उनके समर्थन पत्र को देखने की बात कही है। सत्तापक्ष की ओर से विधायकों के परेड की भी बात राजभवन में कही, लेकिन राज्यपाल ने परेड कराने से इनकार कर दिया। राज्यपाल ने बस यही कहा कि सरकार बनाने के दावा संबंधी पत्र को देखने के बाद फैसला लेंगे। इस बीच चंपई सोरेन समेत सत्तापक्ष के ज्यादातर विधायक राजभवन के बाहर ही मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि जब तक राज्यपाल का फैसला नहीं आ जाता हम वापस नहीं जाएंगे। ऐसे में नई सरकार पर सस्पेंस से पर्दा भी आज उठ सकता है।
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