Lalu Yadav ED: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की है. एजेंसी ने लालू से रेलवे में कथित लैंड फॉर जॉब स्कैम में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में पूछताछ की है. लालू पहली बार जांच एजेंसी के सामने पेश हुए थे. वे सुबह करीब 11 बजे अपनी बेटी मीसा भारती के साथ पटना स्थित ईडी के दफ्तर पहुंचे. हालांकि, मीसा को अंदर नहीं जाने दिया गया. ईडी ने लालू से 70 सवाल पूछे. रात करीब 9 बजे लालू यादव ईडी दफ्तर से बाहर निकले. हालांकि, लालू खुद को निर्दोष बताकर पूरे मामले से पल्ला झाड़ते रहे.
कथित घोटाले के संबंध में लालू से पूछताछ करने के लिए दिल्ली से ईडी अधिकारियों की एक टीम रविवार को पटना पहुंची थी. केंद्रीय एजेंसी ने 19 जनवरी को लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव से पूछताछ के लिए नया समन जारी किया था. जदयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा ‘महागठबंधन’ को तोड़ने के एक दिन बाद यानी 29 जनवरी को राजद प्रमुख लालू यादव केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश हुए.
जांच एजेंसी ने लालू से 10 घंटे पूछताछ की और कथित भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े 70 सवाल पूछे. सूत्रों के मुताबिक, हर सवाल का जवाब देने में लालू को करीब डेढ़ से दो मिनट लगे. ईडी ने लालू से पूछा- नौकरी देने के बदले कितने लोगों से जमीन ली?
ईडी ने पटना में मरछिया देवी कॉम्प्लेक्स में फ्लैटों की खरीद-बिक्री को लेकर सवाल पूछा. इसके अलावा पटना में ली गई 10 हजार 5292 वर्गफुट जमीन को लेकर सवाल पूछा. दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की प्रॉपर्टी को लेकर सवाल पूछा गया. मेसर्स एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को बेची गई जमीन के बारे में भी जानकारी ली.
विशेष अदालत ने 27 जनवरी को आरोप पत्र पर संज्ञान लिया और सुनवाई शुरू करने के लिए आरोपी व्यक्तियों को 9 फरवरी, 2024 को उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया है. कात्याल को ईडी ने पिछले साल नवंबर में गिरफ्तार किया था. वो फिलहाल जेल में हैं.
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