प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड के मुख्यमंत्री Hemant Soren को 22 जनवरी को नौवां समन जारी किया था। उन्हें राज्य में कथित भूमि घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के संबंध में आगे की पूछताछ के लिए पेश होने के लिए कहा था। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कार्यकारी अध्यक्ष व सीएम हेमंत सोरेन को 27 से 31 जनवरी के बीच ईडी की जांच टीम के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। इसके जवाब में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार यानि 25 जनवरी 2024 को ईडी के पास अपना जवाब सिलबंद लिफाफे में भेज दिया है। मुख्यमंत्री ऑफिस के कर्मी सूरज ने दिन के 1.30 ईडी कार्यालय पहुंचकर सीएम हेमंत सोरेन की ओर से भेजे गए सिलबंद लिफाफे को जमा कर ईडी से रिसीव ले लिया।
शनिवार को सीएम Hemant Soren से हुई थी पूछताछ
आपको बता दें कि शनिवार को ईडी के सवालों का जवाब देने के बाद हेमंत सोरेन अपने आवास से पैदल निकलकर झामुमो के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि हम विपक्ष की साजिश के जाल को भेदते हुए आगे बढ़ रहे हैं। आपको डरने की जरूरत नहीं है। आप सभी अपना मनोबल ऊंचा रखें, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यह आपका नेता ही है जो पहली गोली खाएगा। सोरेन के खिलाफ ईडी की जांच रांची भूमि घाटला से संबंधित है यह आरोप है की भूमि पार्सल सेवा की भूमि की कथित अवैध बिक्री से हुई आई से हासिल किया गया था हालांकि सोरेन सरकार ने कहा है कि मामला स्पष्ट नहीं है और उनके संपत्ति का विवरण पहले ही सार्वजनिक है।
अबतक 14 हो चुके हैं गिरफ्तार
इस मामले में ईडी ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में 2011 बैच के आईएएस अधिकारी छवि रंजन, भानु प्रताप प्रसाद, व्यवसाय अमित अग्रवाल, बिष्णु अग्रवाल व अन्य शामिल हैं। छवि रंजन राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के डिप्टी कमिश्नर के रूप में काम कर चुके हैं, वहीं, विष्णु अग्रवाल का रांची में अपना शॉपिंग मॉल है।
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