पहली बार कुम्भ मेले में भारत का संविधान! आखिर मोदी सरकार का इरादा क्या है?

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आज से महाकुम्भ का आगाज हो गया है। इस दौरान देश-विदेश से भारत आने वाले करोड़ों लोगों के भारतीय संस्कृति से रूबरू होंगे। भारत आने वाले कई ऐसे लोग भी होंगे जो भारत को करीब से देखना और समझना चाहते होंगे। निश्चित तौर पर प्रयागराज में उन्हें बहुत कुछ देखने को मिलेगा। इन अमूल्य धरोहरों के साथ ही उन्हें भारत के संविधान को भी समझने का मौका मिलेगा। ऐसा इसलिए संविधान को अंगीकार किये जाने के 75वें साल के मौके पर महाकुंभ में एक स्टॉल भी लगाया जाएगा। ताकि देश-विदेश से आने वाले सैलानी भारत के संविधान को समझ सकें। यह कैंप केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर से लगाया जाएगा।

क्या सिर्फ इतना ही है मोदी सरकार का मकसद कोई और भी है प्लान?

मंत्रालय ने प्रयागराज में एक शानदार मंडप तैयार किया है। इस स्टॉल पर पहुंचने वाले लोग संविधान के बारे में जानकारी हासिल कर सकेंगे। इसके अलावा देश की आजादी और संविधान निर्माण में योगदान देने वाले लोगों के बारे में भी विस्तार से बताया जाएगा। यहां संविधान की ई-कॉपी भी रखी जाएगी, जिसे लोग आसानी से पढ़ सकेंगे। एक डिजिटल फ्लिप बुक भी तैयार की गयी है, जिसके जरिए लोगों को बेहद सरल भाषा में संविधान के बारे में समझाया जाएगा। मंत्रालय क्विज का भी आयोजन करेगा।

पर सवाल यह उठता है कि क्या मोदी सरकार का यह एक सामान्य सा प्ला है या फिर मोदी कोई दूर की कौड़ी भी इस बहाने लाना चाहते है। कहीं ऐसा तो नहीं कि महाकुंभ में करोड़ों लोगों के पहुंचने के कारण सरकार इस मौके को एक अवसर के तौर पर देख रही है? देश की आजादी के बाद देश में कई कुम्भ आयोजित हो चुके हैं, यह पहली बार होगा जब महाकुंभ में संविधान को लेकर कोई स्टॉल लगाया जाएगा। इसके पीछे का जो एक कारण समझ में
आता है वह कि पिछले लोकसभा चुनाव के समय से संविधान को लेकर देश में एक विचित्र-सी हवा बह रही है। विपक्ष संविधान को लेकर सरकार पर लगातार हमले कर रहा है। सरकार पर तरह-तरह के आरोप लग रहे हैं कि वह संविधान को अपने हिसाब से बदलना चाह रही है। मोदी सरकार शायद इस सोच के साथ कि संविधान को लेकर उसके खिलाफ जो नैरेटिव सेट किये जा रहे हैं, उसके खिलाफ जो दुष्प्रचार किया जा रहा है, इस बहाने वह उसे माकूल जवाब दे पायेगी।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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