भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र यानी आईटी सेक्टर में जॉब चाहने वालों के लिए अच्छी खबर है। इस साल आईटी सेक्टर में नोकरियों में आई गिरावट के बाद अब नए साल में फ्यूचर अच्छा दिखाई दे रहा है। स्पेसिफिक स्किल खासतौर पर एआई और डेटा साइंस पर फोकस इस सेक्टर में बदलाव का संकेत है। भारत में साल 2024 में आईटी सेक्टर में भर्तियों में गिरावट देखी गई। अब 2025 के लिए संभावनाएं आशाजनक दिखाई दे रही हैं। आर्थिक स्थितियों तथा टेक्नोलॉजी में डेवलपमेंट में जॉब मार्केट में सुधार की उम्मीद है। एडेको इंडिया के‘कंट्री मैनेजर’सुनील चेम्मनकोटिल ने कहा,‘‘ ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी) से भर्तियों को बढ़ावा मिला, जिससे टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स के लिए 52.6 प्रतिशत नौकरियों पैदा हुईं, लेकिन वे आईटी सर्विस सेक्टर में आई भारी गिरावट की पूरी तरह भरपाई नहीं कर सके।’’
एआई और मशीन लर्निंग में जॉब की बढ़ रही डिमांड
एडेको रिसर्च के अनुसार, कृत्रिम मेधा (AI) और मशीन लर्निंग (ML) में विभिन्न भूमिकाओं की डिमांड में 39 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो अधिक विशिष्ट कौशल ढ़ांचे की ओर बदलाव को दर्शाता है, क्योंकि संगठनों ने इन प्रौद्योगिकियों को प्राथमिकता दी है। टीमलीज एडटेक के मुख्य संचालक अधिकारी (COO) एवं एम्प्लॉयबिलिटी बिजनेस के प्रमुख जयदीप केवलरमानी ने कहा कि 2024 में नए प्रोफेशनल्स (फ्रेशर्स) की भर्ती सामान्य रूप से धीमी रही, साथ ही कई कंपनियों ने अपनी‘कैंपस हायरिंग’में विलंब किया।
2025 के लिये अच्छे हैं अनुमान
जैसे-जैसे वृहद आर्थिक चुनौतियां धीमी पड़ती जाएंगी, संगठन आर्थिक परिदृश्य के बारे में आश्वस्त होंगे और पूंजी निवेश पर कुछ दांव लगाना शुरू करेंगे, जिससे 2025 की शुरुआत में इसके बढ़ने में मदद मिलेगी। विप्रो की मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) संध्या अरुण ने कहा कि उद्यम महत्वपूर्ण व्यावसायिक मूल्य प्राप्त करने के लिए एआई और अन्य उन्नत प्रौद्योगिकियों के एकीकरण में तेजी लाने के लिए तैयार हैं। अरुण ने कहा,‘‘वर्ष 2025 तीव्र गति से टेक्नोलॉजी में बदलाव का वर्ष होगा, जो नए अवसर प्रदान करेगा और अभूतपूर्व चुनौतियां भी प्रस्तुत करेगा। भविष्य उन उद्यमों का है, जो टेक्नोलॉजी और बदलाव को अपनाते हैं।